दवाओं में नहीं मिला बीमारी ठीक करने वाला सॉल्ट,पाया गया स्टार्च
सोनीपत, 25 मार्च (हप्र)
गांव फिरोजपुर बांगर स्थित औद्योगिक क्षेत्र में डेढ़ महीने पहले ही अवैध फैक्टरी लगाकर नकली दवाओं का काला कारोबार शुरू किया गया था। आरोपी अभी सप्लाई चेन खड़ी कर ही रहे थे कि एफडीए की टीम ने छापामार कर भंडाफोड़ कर दिया।
एफडीए की टीम ने फैक्टरी और मशीनों को सील करते हुए वहां से बरामद माल जब्त कर लिया है। आरोपी मैनेजर को कोर्ट में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया है। आरोपी से सप्लाई चेन के बारे में पूछताछ की जाएगी।
एफडीए के औषधि नियंत्रक मुंशीराम ने बताया कि सोमवार देर रात तक चली कार्रवाई के बाद अवैध फैक्ट्री व मशीनों को सील करते हुए वहां बरामद दवाओं को जब्त कर लिया गया है। मौके पर पकड़े गए मैनेजर योगेश ने पूछताछ में बताया कि फैक्टरी डेढ़ महीने पहले ही शुरू किया गया था और उसकी नियुक्ति भी उसी दौरान की गई थी। फैक्टरी मालिक राजस्थान के मनोज को ही मालूम है कि माल कहां से आता था और कहां सप्लाई होता था। उसने बताया कि फैक्टरी में मुंबई की मैक्स सेल लाइफ केयर, हिमाचल के जिला सोलन, तहसील नालागढ़ की पैराडाक्स फार्मास्यूटिक और उत्तराखंड की एक कंपनी के नाम पर दवाएं बनाई जा रही थी।
दवाओं में नहीं बीमारी को ठीक करने वाला साल्ट
अधिकारियों ने नकली दवाओं के सैंपल लैब में भेजे हैं। प्राथमिक जांच मेंं टैबलेट व कैप्सूल में सिर्फ नकली मिश्रण पाया गया है, बीमारियों को ठीक करने वाला साल्ट इनमें नहीं था। टैबलेट में केवल स्टार्च ही मिला है। जिन कंपनियों के नाम पर नकली दवाएं बन रही थीं, वे कंपनियां मौजूद नहीं पाई गई।