सोमवती अमावस्या पर श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
जींद (हप्र) :
सोमवार को ज्येष्ठ माह की सोमवती अमावस्या पर जींद के पिंडारा गांव के महाभारतकालीन पिंडतार्क तीर्थ में हजारों श्रद्धालुओं ने स्नान कर अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान किए। यह अमावस्या विशेष संयोग के साथ आई। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार मंगलवार सुबह तक अमावस्या की तिथि रहेगी। सोमवार दोपहर बाद पिंडारा तीर्थ पर श्रद्धालु पहुंचे और आस्था की डुबकी लगाकर पिंडदान किया तथा अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति की कामना की। पिंडतारक तीर्थ के संबंध में किवदंती है कि महाभारत युद्ध के बाद अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पांडवों ने यहां 12 वर्ष तक सोमवती अमावस्या की प्रतीक्षा में तपस्या की थी। तभी से यह माना जाता है कि पिंडारा स्थित पिंडतारक तीर्थ पर पिंडदान करने से पूर्वजों को मोक्ष मिल जाता है। जींद के जयंती देवी मंदिर के पुजारी नवीन शास्त्री ने बताया कि ज्येष्ठ अमावस्या की तिथि 26 मई सोमवार को दोपहर 12.11 बजे शुरू हुई और और 27 मई को सुबह 8.31 बजे समाप्त होगी।