गांधी कैम्प में असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई व पुलिस चौकी की मांग
डीसी-एसपी से मिले लोग, बढ़ती अपराधिक घटनाओं से अवगत कराया
गांधी कैंप में असमाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई और क्षेत्र में पुलिस चौकी की स्थापना की मांग को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हेमंत बख्शी के नेतृत्व में लोगों का प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को डीसी और एसपी से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने क्षेत्र में बढ़ती अपराधिक घटनाओं की गंभीर स्थिति से अधिकारियों को अवगत कराया।
हेमंत बख्शी ने 11 सितंबर की रात गांधी कैम्प में हुई हमले, आगजनी और तोड़फोड़ की घटना का जिक्र करते हुए पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि घटना के बाद स्थानीय लोग भय के साये में जीवन बिता रहे हैं और सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से असमाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की भी मांग की।
पीड़ित परिवारों ने उपायुक्त को बताया कि हमलावरों ने रातों-रात उनके घरों को नुकसान पहुंचाया। इलाके में अपराध इतना बढ़ गया है कि शाम ढलते ही घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। असमाजिक तत्व खुलेआम शराब पीते हैं, महिलाओं पर अभद्र इशारे करते हैं और असुरक्षा का माहौल पैदा कर रहे हैं।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए डीसी ने तुरंत एसपी से बातचीत की और आश्वासन दिया कि मौके का जायजा लेकर जल्द समाधान निकाला जाएगा। हेमंत बख्शी ने कहा कि गांधी कैम्प जैसे संदिग्ध क्षेत्रों में रात्रि गश्त बढ़ाई जाए और जरूरत पड़ने पर पीसीआर या राइडर स्थाई रूप से तैनात किया जाए। प्रतिनिधिमंडल में महेंद्र बत्रा, राजीव अत्री, कपीश खुराना, अनिल सहगल, राकेश कपूर, संदीप सहगल, विनोद दहिया सहित बड़ी संख्या में गांधी कैम्प निवासी शामिल थे।