महासर माता मंदिर में सप्तमी पर उमड़ा जनसैलाब, भक्तों ने मांगी मन्नतें
एक अक्टूबर तक लगेगा मेला, नवमी तक चलते रहेंगे कीर्तन और भंडारे
अटेली क्षेत्र के गांव गढ़ी-महासर स्थित सिद्धपीठ महासर माता मंदिर में शारदीय नवरात्रों के अंतर्गत लगे मेले में सप्तमी के अवसर पर सोमवार को भारी भीड़ उमड़ी। भक्तों ने माता के दरबार में माथा टेककर मन्नतें मांगीं। माता के इस प्राचीन धाम पर दूर-दराज से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। यह मेला 1 अक्टूबर तक चलेगा, जिसमें प्रतिदिन जात-जडु़ले उतारने, भजन-कीर्तन और भंडारे की परंपरा निभाई जाती है।
किवदंती के अनुसार इस मंदिर का पांडवों से गहरा संबंध है। कहा जाता है कि पांडवों ने लाक्षागृह से निकलने के बाद श्रीकृष्ण की प्रेरणा से 51 शक्तिपीठों और शिवालयों के दर्शन किए थे। इन्हीं दर्शनों की श्रंखला में उन्होंने महासर माता के दर्शन भी किए थे। वैष्णो देवी की तरह यहां भी माता पिंडी रूप में प्रकट हुई थीं।
मंदिर के पुजारी श्रवण शर्मा व संजय शर्मा ने बताया कि लगभग एक हजार वर्ष पुराने इस मंदिर का जीर्णोद्धार 2010 में आरंभ हुआ था और अब यह भव्य रूप ले चुका है। चैत्र मास की शुक्ल पंचमी पर विशेष दर्शन होते हैं और सप्तमी पर भव्य मेला भरता है। मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्थाएं की हैं।
संतोष चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीधर गुप्ता ने बताया कि मंदिर परिसर में 72 कमरों वाली धर्मशाला और भगवती भवन बनाया गया है। आचार्य संजय शास्त्री के अनुसार नवरात्रों के दौरान तो विशेष रूप से भंडारे का आयोजन किया जाता है। लांबा परिवार की ओर से इस बार शतचंडी यज्ञ भी करवाया जा रहा है।
पंजाब के फरीदकोट जिले के कोटकपुरा से आए अशोक गुप्ता का परिवार पिछले 6 वर्षों से फलाहार का प्रसाद वितरण कर रहा है। वहीं, लक्ष्मण दल के सेवक राकेश अग्रवाल ने बताया कि नवरात्रों की शुरुआत से ही भंडारा शुरू हो जाता है जो नवमी तक चलता है।
तीन मंजिला वाली वातानुकूलित धर्मशाला बनाई
श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए पोखर के समीप वातानुकूलित तीन मंजिला धर्मशाला भी तैयार की गई है। ट्रस्ट ने मंदिर के समीप स्थित जोहड़ को सरोवर का रूप दिया है जिससे स्थल का सौंदर्य और बढ़ गया है। थाना प्रभारी देवेंद्र कुमार ने बताया कि मेले के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए अस्थायी पुलिस चौकी बनाई गई है। भगवती भवन और धर्मशाला के प्रबंधक रूपेंद्र सिंह ने कहा कि देशभर से आने वाले श्रद्धालु यहां अपनी मन्नतें पूरी करवाने आते हैं।