फसल अवशेष प्रबंधन... धान की कटाई शुरू, आज से सैटेलाइट से रखी जाएगी खेतों पर नजर
फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर टीमों का गठन, जलाने पर जुर्माने के साथ-साथ होगी एफआईआर
खरीफ सीजन में बाजरा के साथ-साथ अब धान की कटाई की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। जिले में धान की अगेती किस्म 1509 की फसल पककर तैयार हो चुकी है और किसानों ने मशीनों के माध्यम से कटाई का काम शुरू कर दिया है। ऐसे में प्रशासन ने फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर पूरी तैयारी कर ली है। कृषि विभाग ने 15 सितंबर से खेतों पर सैटेलाइट निगरानी अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है।
इसके तहत फसल अवशेष जलाने की किसी भी घटना का तुरंत पता लगाया जाएगा और संबंधित स्थान पर कृषि विभाग की टीम भेजी जाएगी। विभाग ने ग्राम, ब्लॉक और जिला स्तर पर कमेटियां भी गठित कर दी हैं, ताकि किसानों को फसल अवशेष जलाने से रोकने के साथ-साथ जागरूक किया जा सके। सोनीपत जिले में खरीफ सीजन में लगभग 90 हजार हेक्टेयर भूमि में धान की बिजाई हुई है।
कई बार किसान रबी सीजन की प्रमुख फसल गेहूं की बिजाई से पहले खेत में बचे अवशेषों को जलाने का निर्णय लेते हैं। इससे वायु प्रदूषण के साथ-साथ भूमि के पोषण तत्व भी नष्ट होते हैं। इसे रोकने के लिए प्रशासन ने सैटेलाइट निगरानी को अहम बनाया है।
पिछले सीजन में सैटेलाइट से मिली थीं 70 लोकेशन
पिछले खरीफ सीजन में सैटेलाइट के जरिए 70 लोकेशन चिन्हित हुई थीं, जिनमें 17 स्थानों पर फसल अवशेष जलते पाए गए थे। विभाग ने इस बार शून्य टारगेट रखा है और इसके लिए कृषि विभाग के साथ-साथ अन्य विभागों को भी इस अभियान में जोड़ा गया है। अवशेष जलाने पर सख्त कार्रवाई भी होगी। दो एकड़ तक अवशेष जलाने पर 5 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। यदि पांच एकड़ में जलाने की घटना हुई तो 10 हजार रुपए और पांच एकड़ से अधिक भूमि में अवशेष जलाने पर 30 हजार रुपए तक का जुर्माना साथ ही एफआईआर भी दर्ज की जाएगी।
अनाज मंडी में धान की आवक शुरू
वहीं, सोनीपत अनाज मंडी और जिले की अन्य मंडियों में धान की आवक शुरू हो गई है। धान की किस्म 1509 का भाव 2500 रुपये से 3100 रुपये प्रति क्विंटल तक मिल रहा है। बासमती फसल की आवक अभी कुछ समय में शुरू होगी।
वर्जन
फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर कृषि विभाग पूरी तरह से सतर्क है। सोमवार से सैटेलाइट के माध्यम से खेतों में निगरानी शुरू कर दी जाएगी। किसानों से अपील की जा रही है कि वे फसल अवशेषों को जलाने की घटना को अंजाम न दें। - डॉ. पवन शर्मा, कृषि उपनिदेशक, सोनीपत