जींद- संगरूर हाईवे के नरवाना रोड फ्लाईओवर की सड़क का नए सिरे से निर्माण शुरू
जसमेर मलिक/ हप्र
जींद, 23 जून
एनएचएआई आखिरकार जींद-संगरूर नेशनल हाईवे के जींद में नरवाना रोड फ्लाईओवर पर बने मौत के गड्ढों को पक्के और स्थाई तौर पर बंद करने को बाध्य हो गया। इसके लिए डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने एनएचएआई अधिकारियों पर दबाव बनाया था। दैनिक ट्रिब्यून ने 2 जून के अपने अंक में यह समाचार प्रमुखता से प्रकाशित किया था कि जींद में जींद-संगरूर नेशनल हाईवे का नरवाना फ्लाईओवर रोड जगह-जगह से टूटा हुआ है।
खबर में बताया गया था कि यहां कभी भी बड़ा और जानलेवा सड़क हादसा हो सकता है। एनएचएआई के अधिकारी नरवाना रोड फ्लाईओवर के टूटे रोड को नए सिरे से बनाने की बजाय गड्ढों में बजरी डालकर लीपापोती कर रहे हैं। 2 जून को दैनिक ट्रिब्यून में प्रकाशित समाचार को डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने गंभीरता से लिया।
डीसी ने एनएचएआई अधिकारियों फटकार लगाते हुए कहा कि इस बार रोड रिपेयर में खानापूर्ति से काम नहीं चलेगा। नरवाना रोड फ्लाईओवर की टूटी सड़क को नए सिरे से बनाना पड़ेगा। डीसी की सख्ती के बाद एनएचएआई ने संबंधित निर्माण एजेंसी से नरवाना रोड फ्लाईओवर को दोबारा बनाने का काम शुरू करवा दिया है।
इसके लिए नरवाना रोड फ्लाईओवर पर ट्रैफिक पूरी तरह बंद कर दिया गया है। सारा ट्रैफिक सर्विस रोड से डायवर्ट किया गया है। इसके लिए जींद के लोगों ने डीसी मोहम्मद इमरान रजा और दैनिक ट्रिब्यून का आभार जताया है। रोड सेफ्टी सदस्य सुनील वशिष्ठ ने कहा कि दैनिक ट्रिब्यून ने नरवाना रोड पर मौत के गड्ढों की सच्चाई डीसी के सामने रखी।
किसी भी विभाग को नहीं लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ की इजाजत
डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने कहा कि एनएचएआई समेत लोक निर्माण विभाग, जन स्वास्थ्य विभाग या नगर परिषद किसी को भी लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ की इजाजत नहीं दी जाएगी। जिले में कहीं सड़क हादसे में किसी सरकारी विभाग की लापरवाही के कारण किसी की जान गई, तो संबंधित विभाग पर एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।