बाजरा और मूंग की बंद पड़ी सरकारी खरीद के विरोध में कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
एमएसपी पर खरीद का वादा करने वाली भाजपा ने किया किसानों से विश्वासघात : जोगी
बाजरा और मूंग की सरकारी खरीद बंद होने के विरोध में कांग्रेस ने शुक्रवार को नई अनाज मंडी में प्रदर्शन किया। कांग्रेस के शहरी जिला अध्यक्ष प्रदीप गुलिया जोगी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और किसानों की फसलों की तुरंत एमएसपी पर खरीद शुरू करने की मांग उठाई।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सरकार चुनावों से पहले किसानों से एमएसपी पर खरीद का बड़ा वादा करती है, लेकिन जब फसल मंडी में आती है तो बहानेबाजी कर खरीद रोक दी जाती है। जोगी ने विशेष रूप से मंडी कमेटी कार्यालय में लगाए गए नए यंत्र का उल्लेख किया, जो क्वालिटी बेसिस पर अधिकतर बाजरा को रिजेक्ट कर रहा है। उन्होंने इसे किसानों के साथ सीधा अन्याय बताया।
जोगी ने कहा कि सरकार भावांतर भरपाई योजना का सहारा लेकर स्वयं खरीद से पीछे हट रही है। किसान मजबूरन अपनी फसल कम दामों पर निजी व्यापारियों को बेच रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने भावांतर योजना में भी कटौती कर किसानों की कमर तोड़ दी है। पहले बाजरा का भावांतर भाव 625 रुपये प्रति क्विंटल था, जिसे घटाकर 575 रुपये कर दिया गया है।
इसके अलावा एमएसपी में भी 50 रुपये की कटौती कर इसे 2150 से घटाकर 2100 रुपये कर दिया गया है। जोगी ने कहा कि यह नीति किसानों को राहत देने के बजाय उन्हें कर्ज और घाटे की ओर धकेल रही है। किसान अपनी जरूरतों, कर्ज और खर्चों के भुगतान के लिए फसल बेचने को मजबूर है, लेकिन सरकार खरीद बंद कर उसे व्यापारियों के भरोसे छोड़ रही है।
इस मौके पर कमल प्रधान, सविता मान, जिला पार्षद रूपेंद्र ग्रेवाल व अजय घणघस ने भी किसानों की समस्याओं पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा खरीद बंद करना और भाव घटाना पूरी तरह से गलत है। यदि जल्द ही एमएसपी पर बाजरा व मूंग की खरीद सुचारू रूप से शुरू नहीं की गई तो कांग्रेस आंदोलन को और तेज करेगी।