पुट्ठी सैमाण में सीएम फ्लाइंग की बड़ी रेड
सीएम फ्लाइंग टीम ने सोमवार को हिसार जिले के गांव पुट्ठी सैमाण में सरवर पानू फोटोस्टेट एंड स्टेशनरी की दुकान पर रेड करके बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ा है। इस दौरान टीम ने मौके से सरपंच की नकली मोहर, लेटर पैड, फर्जी हस्ताक्षरयुक्त कागजात, आधार कार्ड, जॉब कार्ड सहित कई दस्तावेज बरामद किए। जांच में यह भी खुलासा हुआ कि दुकान संचालक सरवर पानू ने दो अलग-अलग जन्मतिथि वाले आधार कार्ड बनवा रखे हैं और इन्हीं के सहारे अलग-अलग नाम से डबल पेंशन ले रहा है। रेड का नेतृत्व सीएम फ्लाइंग हिसार रेंज इंचार्ज सुनैना ने किया। जानकारी के अनुसार सीएम फ्लाइंग टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि गांव पुट्ठी सैमाण स्थित सरवर पानू फर्जी तरीके से सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने व दिलवाने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करता है। वह कई विभागों की स्टांप भी अपने पास रखता है और लोगों को अनुचित लाभ दिलाने का काम करता है। सीएम फ्लाइंग की रेड के दौरान सरवर पानू मौके से गायब मिला, जबकि ऑपरेटर हरीश कुमार दुकान पर मौजूद था। टीम ने सरपंच धर्मपाल व ऑपरेटर हरीश की मौजूदगी में जांच की। सरपंच धर्मपाल ने मौके पर ही स्पष्ट कहा कि उनके नाम से मिली मोहर और लेटर पैड फर्जी हैं। उनके हस्ताक्षर भी फर्जी तरीके से किये गए हैं।
सर्वर में मिले दो आधार कार्ड
टीम को जांच में सर्वर में दो आधार कार्ड मिले। पहले आधार कार्ड में जन्मतिथि 15 अगस्त 1985 दर्ज थी। दूसरे आधार कार्ड में जन्मतिथि 26 जनवरी 2000 दर्ज थी। इसके अलावा एक स्कूल द्वारा जारी जन्म प्रमाण पत्र (15 अगस्त 1985) और राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान की मार्कशीट (26 जनवरी 2000) भी बरामद हुई। जब सीएम फ्लाइंग टीम ने समाज कल्याण विभाग से सरवर की पेंशन संबंधी जानकारी मांगी तो पता चला कि एक आधार कार्ड पर दो पेंशन ली जा रही हैं। इनमें एक दिव्यांग पेंशन और दूसरी निराश्रित पेंशन शामिल है। दोनों योजनाओं में नाम अलग-अलग दर्शाए गए थे। आशंका जताई जा रही है कि फर्जी दस्तावेजों की मदद से डबल पेंशन बनवाई गई।
कागजातों से छेड़छाड़ गंभीर अपराध
सीएम फ्लाइंग हिसार रेंज इंचार्ज सुनैना ने कहा कि सभी सीएससी संचालकों को सरकार द्वारा तय नियमों के तहत ही कार्य करना चाहिए। किसी भी तरह की फर्जी मोहर, हस्ताक्षर, लेटर पैड या दस्तावेज तैयार करना, आधार कार्ड, वोटर कार्ड, फैमिली आईडी, जन्म/मृत्यु प्रमाण पत्र या अन्य कागजातों में छेड़छाड़ करना गंभीर अपराध है। ऐसे मामलों से न केवल सरकार को राजस्व का नुकसान होता है बल्कि ग्रामीण भी परेशानी में पड़ते हैं।