सैलजा व हुड्डा गुटों में ‘चौधर’ विवाद, ‘टेढ़ी खीर’ होगा कार्यकर्ता फीडबैक
इकबाल सिंह शांत/निस
डबवाली, 12 जून
प्रदेश में कांग्रेस की गुटबाजी ने संगठन जीर्णोद्धार हेतु पार्टी हाईकमान को शहर/ब्लॉक तक भटकने के हालत बना दिए हैं। जिलाध्यक्ष नियुक्ति हेतु कैडर की नब्ज़ टटोलने की मजबूरी कांग्रेस के लगातार बिगड़ते दिनों की निशानी है।
कल 13 जून को डबवाली में पंजाब-हरियाणा सीमा पर स्थित आनंद कैसल रिसोर्ट में संगठन सृजन अभियान के अंतर्गत कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है, जिसमें कांग्रेस के ‘चंडीगढ़ रोडमैप’ के आधार अनुरूप कार्यकर्ताओं की भावनाएं व उनके विचार सुने जाएंगे। इसके लिए पार्टी के केन्द्रीय पर्यवेक्षक क्रिस्टोफर तिलक व प्रदेश पर्यवेक्षक शमशेर गोगी, कृष्ण सातरोड व राजबीर वर्मा पहुंचेंगे।
बता दें कि वर्षों से पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा व सांसद कुमारी सैलजा के धड़ों के मध्य संगठन की चौधर का विवाद कांग्रेस की जड़ों में बैठ गया है। दोनों नेताओं के बड़े कद के चलते कांग्रेस आलाकमान भी बेबसी के आलम में है। गत विधानसभा चुनाव में पार्टी की अंदरूनी गुटबाजी के चलते डबवाली में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। वहीं, प्रदेश की सत्ता हाथ से फिसल कर पुन: भगवा हो गयी। डबवाली सीट मात्र 610 वोटों से इनेलो के आलाकमान चौटाला परिवार की झोली में चली गयी। गत सप्ताह सांसद कुमारी सैलजा द्वारा डबवाली दौरे के मौके पर हलके में जनसंपर्क अभियान को लेकर हुड्डा गुट से जुड़े स्थापित स्थानीय नेताओं की आनाकानी पर सख्त नाराजगी जताने की सूचना है।
कांग्रेस में कुमारी सैलजा का राष्ट्रीय ‘फेस’ व डबवाली हलके में हावी हुड्डा गुट के चलते यहां से फीडबैक काफी टेढ़ी खीर होगा। ऐसे में उक्त सम्मेलन में भी हलके में व्याप्त गुटबाजी के दोतरफा ‘जख्म’ स्टेज के माध्यम से दिल्ली आलाकमान तक पहुंचने के आसार हैं। डबवाली के पूर्व विधायक अमित सिहाग ने पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्मेलन में अत्यधिक संख्या में पहुंचने की अपील की है।