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यूईआर-2 को दो एक्सप्रेस-वे से जोड़कर दिल्ली में वाहनों का दबाव होगा कम

हरेंद्र रापड़िया/ह्प्र सोनीपत, 7 जुलाई सोनीपत में अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 (यूईआर-2) पर वाहनों के फर्राटा भरने के बाद अब दिल्ली में वाहनों के दबाव को कम करने के लिए इस रोड का सहारा लिया जाएगा। इसके लिए यूईआर-2 को दो...
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हरेंद्र रापड़िया/ह्प्र

सोनीपत, 7 जुलाई

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सोनीपत में अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 (यूईआर-2) पर वाहनों के फर्राटा भरने के बाद अब दिल्ली में वाहनों के दबाव को कम करने के लिए इस रोड का सहारा लिया जाएगा। इसके लिए यूईआर-2 को दो एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा। इससे इंदिरा गांधी इंटरनेशन एयरपोर्ट, गुरुग्राम और राजस्थान से आने वाले वाहन चालक दिल्ली में घुसे बिना ही पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड जा सकेंगे। दोनों हाईवे से जोडऩे के लिए क्रमश: 20 किलोमीटर व 17 किलोमीटर की दो सडक़ें बनाई जाएंगी जिन पर करीब 7,350 करोड़ रुपये खर्च होगा।

पिछले महीने दिल्ली में केंद्रीय सडक़ एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और दिल्ली के उप राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना की ऑला अधिकारियों के साथ बैठक मेंं दोनों प्रस्तावों को रखा गया। इसके बाद इन दोनों प्रस्तावों की डीपीआर बनाने के आदेश दिए गए हैं। दोनों एक्सप्रेस-वे की यूईआर-2 से कनेक्टिविटी होने के बाद गाजियाबाद, नोएडा, गुरुग्राम और फरीदाबाद के वाहन चालकों को भी राहत मिलेगी ।

सोनीपत के गांव बड़वासनी के करीब शुरू होने वाले यूईआर-2 पर दिसंबर-2024 से वाहन फर्राटा भर रहे हैं। इस पर झिंझौली में प्रदेश का पहला मानव रहित टोल प्लाजा बनाया गया है। उत्तर भारत की ओर से आने वाले वाहनों को दिल्ली मेंं प्रवेश किए बिना एयरपोर्ट पहुंचाने के लिए यह सड़क मार्ग बेहद कारगर है। अब इसे देश के दो बड़े एक्सप्रेस-वे से जोड़नेे की योजना पर काम शुरू हो गया है। इसे दिल्ली-कटड़ा और दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे से जोड़नेे के लिए दो सडक़ें बनाई जाएंगी जिन पर करीब 7,350 करोड़ रुपये लागत आएगी।

यहां कनेक्ट होगा दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस-वे

यूईआर-2 को रोहिणी और अलीपुर के बीच में दिल्ली के कंझावला और झज्जर के लडरावण होते हुए जसौर खेड़ी से शुरू हो रहे दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस-वे से जोड़नेे की योजना है। करीब 20 किलोमीटर लंबी इस सड़क पर 4 हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसकी डीपीआर बनाई जा रही है। इसके बनने से दिल्ली, गुरुग्राम, एयरपोर्ट, राजस्थान से आने वाहन दिल्ली के जाम में फंसे बिना उत्तर भारत के राज्यों मेंं जा सकेंगे। यह बाइपास एनएच-44 के विकल्प के रूप में इस्तेमाल किया जा सकेगा जिससे इस हाईवे पर वाहनों का दबाव कम हो सकेगा।

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे कहा यहां होगा जुड़ाव

प्रोजेक्ट डायरेक्टर, यूईआर-2 आकाश पहाड़ी के मुताबिक ईआर-2 को दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे से जोड़ने की तैयारी है। दिल्ली के अलीपुर के पास से शुरू होकर करीब 17 किलोमीटर लंबी सड़क हिरनकी होते हुए गाजियाबाद के मंडोला व ट्रोनिका सिटी के पास दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे को कनेक्ट करेगी। इस सड़क को बनाने में करीब 3,350 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसके बनने से उत्तरी दिल्ली, उत्तर-पश्चिमी दिल्ली और गुरुग्राम के वाहन चालकों को राहत मिलेगी। हरियाणा और राजस्थान से देहरादून की ओर जाने एक्सप्रेस-वे से फर्राटा भर सकेंगे। इस सड़क के बनने से एनएच-44, एनएच-48 तथा दिल्ली के बारापुला रोड से वाहनों का दबाव कम होगा। इस प्रोजेक्ट की डीपीआर बनाई जा रही है।

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