विनेश के गृह जिला दादरी में बृजभूषण सम्मानित, किसान व खाप पंचायतों की चेतावनी बेअसर
प्रदीप साहू/हप्र
चरखी दादरी, 6 जुलाई
विनेश फोगाट के गृह जिला चरखरी दादरी के बौंदकलां गांव में रविवार को गोल्ड मेडलिस्ट पहलवान रचना परमार की सफलता पर सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इसमें पहुंचे डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह बतौर मुख्यातिथि पहुंचे।
उनके साथ, समारोह में सांसद धर्मबीर, विधायक सुनील सांगवान व योगेश्वर दत्त भी मौजूद रहे।कार्यक्रम को लेकर किसान संगठनों व खाप पंचायतों द्वारा विरोध करने की चेतावनी धरी रह गई। बृजभूषण शरण ने खाप पंचायतों व किसान संगठनो द्वारा दादरी आगमन को लेकर जताए जा रहे विरोध को नजरअंदाज किया और वे करीब ढाई घंटे दादरी में रहे।
सीसीटीवी कैमरों की निगरानी व सुरक्षा के पुख्ता इंतजामातों के बीच कार्यक्रम में पहलवान रचना परमार को सम्मानित किया गया। इस दौरान बृजभूषण शरण ने शायराना अंदाज में कहा कि इतने गहरे घाव कहां से आए होंगे, कभी उसने भी दोस्त बनाए होंगे। इस दौरान बृजभूषण ने कहा कि ओलंपिक में अभी तक कुश्ती में भारत का गोल्ड मेडल नहीं आया है लेकिन गोल्ड का सूखा खत्म होगा और हरियाणा का ही कोई सपूत इस उपलब्धि को हासिल करेगा।
इसकी जिम्मेवारी योगेश्वर दत्त की होगी। उन्होंने कहा वे हरियाणा से प्यार करते थे और करते रहेंगे। उन्होंने अपने संबोधन की शुरूआत ही शायरी से की और करीब आधे घंटे के भाषण के दौरान तीन से चार बार अपनी बात शायरना अंदाज में रखी। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए यौन शोषण के आरोप की बात पर बृजभूषण ने शायर के माध्यम से खाप व विनेश पर अप्रत्यक्ष पर रूप से निशाना साधा।
कांग्रेस व खापों के विरोध पर कहा कि जिनका जो काम है वे करते रहेंगे। जो हम हैं, हमारी शराफत का परिचय हमारे इलाके में जाकर पूछ लेना। इस अवसर पर पूर्व विधायक शशि परमार, राष्ट्रदीप परमार, पंवार खाप प्रधान बाबू सिंह, चेयरमैन भवानी सिंह, ठाकुर लाल सिंह, जिला पार्षद मोहित साहू, सतेंद्र परमार इत्यादि मौजूद रहे।
भीड़ कम होने पर जताई नाराजगी
सांसद धर्मबीर सिंह ने अपने संबोधन में कम भीड़ पर नाराजगी जताई। कहा कि यह बेटी केवल एक समाज या परिवार की नहीं है। यह बेटी हिंदूस्तान की है। बेटी की सफलता में लोगों को शामिल होना चाहिए और किसी प्रकार का भेदभाव नहीं रखना चाहिए। विधायक सुनील सांगवान ने बेटी की उपलब्धि पर क्षेत्र की शान बताया और उनके उज्ज्वज भविष्य की कामना की। रचना परमार ने अपनी उपलब्धि पर क्षेत्र के अलावा डब्ल्यूएफआई और बृजभूषण के सहयोग का धन्यवाद किया।