शोध, कौशल विकास और शुल्क राहत पर बड़े फैसले
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) रोहतक की 300वीं कार्यकारी परिषद बैठक कुलपति प्रो. राजबीर सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इसमें शिक्षा की गुणवत्ता, शोध प्रोत्साहन और प्रशासनिक सुधारों को लेकर कई अहम निर्णय लिए गए। बैठक में दीनदयाल उपाध्याय कौशल एवं व्यवसायिक शिक्षा केंद्र और भारतीय ज्ञान प्रणाली केंद्र की स्थापना को मंजूरी दी गई, जिससे छात्रों को रोजगारपरक प्रशिक्षण और भारतीय परंपराओं से जुड़ने का अवसर मिलेगा। चौधरी रणबीर सिंह सामाजिक एवं आर्थिक परिवर्तन संस्थान को उन्नत अनुसंधान केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा, जो हरियाणा की जमीनी समस्याओं पर केंद्रित शोध करेगा। वहीं स्नातक और परास्नातक छात्रों को सीड मनी देने की नई नीति से शोध को बढ़ावा मिलेगा। बीपीएल छात्रों की फीस राहत के लिए समिति गठित होगी, जबकि ऑनलाइन व दूरस्थ पाठ्यक्रमों की फीस वृद्धि 10 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दी गई। शिक्षकों व पुस्तकालय कर्मियों को पदोन्नति दी गई। डॉ. हरीश कुमार (पत्रकारिता) और डॉ. प्रमोद कुमार (भूगोल) को वरिष्ठ प्रोफेसर, अन्य पांच शिक्षकों को प्रोफेसर/एसोसिएट प्रोफेसर बनाया गया। स्टाफ की कमी को देखते हुए सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पुनर्नियुक्ति पर भी सहमति बनी।