Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

भिड़ताना टोल प्लाजा विवाद सुलझा : टोल कंपनी मृतक सुमित की बेटियों के नाम कराएगी 15 लाख की एफडी

एएक्सप्रेस-वे 315-ए के भिड़ताना टोल प्लाजा पर 11 अक्तूबर से जारी विवाद सुलझ गया। आंदोलनकारियों ने टोल बूम बैरियर्स उठाकर वाहनों की आवाजाही फ्री कर दी थी। यह आंदोलन उस समय शुरू हुआ जब टोल कंपनी रक्षक के महाप्रबंधक, भैणी...

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement
एएक्सप्रेस-वे 315-ए के भिड़ताना टोल प्लाजा पर 11 अक्तूबर से जारी विवाद सुलझ गया। आंदोलनकारियों ने टोल बूम बैरियर्स उठाकर वाहनों की आवाजाही फ्री कर दी थी। यह आंदोलन उस समय शुरू हुआ जब टोल कंपनी रक्षक के महाप्रबंधक, भैणी सुरजन निवासी समरजीत उर्फ सुमित सिवाच की ड्यूटी के दौरान दुर्घटना में मौत हो गई और कंपनी द्वारा मृतक के आश्रितों को मुआवजा नहीं दिया गया।बृहस्पतिवार को उपमंडल परिसर में एसडीएम पुलकित मल्होत्रा और डीएसपी गौरव शर्मा की मध्यस्थता में बैठक हुई। इसमें टोल कंपनी के प्रतिनिधि रामवीर (परियोजना प्रबंधक) व आंदोलनकारी पक्ष के सुबेसिंह चाबरी, अंकुश सिवाच, भैणी सर्जन के फौजी और रघुवीर टोलकर्मी संगठन के धर्मपाल, कुलदीप सहित अन्य स्थानीय प्रतिनिधि मौजूद रहे।

बैठक में दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से विवाद निपटाने का निर्णय लिया। निर्णय के अनुसार, टोल कंपनी मृतक सुमित की दो बेटियों के नाम कुल 15 लाख रुपये की एफडी कराएगी। इसके अलावा, टोल प्लाजा को बंद करने के आरोप में दर्ज 100 से अधिक आंदोलनकारियों के खिलाफ मुकदमा वापस लिया जाएगा, जबकि मृतक की मौत के मामले की जांच जिला सोनीपत के बरोदा थाना में जारी रहेगी।

Advertisement

दोनों पक्षों ने राशि एफडी कराने और मुकदमा वापस लेने के लिए समयसीमा निर्धारित की और आंदोलनकारियों ने टोल प्लाजा पर रखा सामान हटाने के लिए तीन घंटे का समय लिया। मृतक के परिवार ने पहले 50 लाख रुपये मुआवजे की मांग की थी और उन्होंने एनएचएआई को 23 अक्तूबर तक का अल्टीमेटम दिया था।

Advertisement

अगर उनकी मांग पूरी नहीं होती, तो 24 अक्तूबर से बड़े आंदोलन की चेतावनी दी गई थी। टोल कंपनी की तरफ से राधावल्लभ एसोसिएट्स के स्थानीय प्रबंधक सुनील जैन ने सफीदों के थाना पिल्लूखेड़ा में 150 से अधिक लोगों पर विभिन्न धाराओं के तहत आपराधिक मामला दर्ज कराया था। इस बीच, विवाद सुलझने के बाद एक्सप्रेस-वे पर यातायात सामान्य हो गया है और स्थानीय प्रशासन तथा पुलिस की सक्रिय मध्यस्थता से दोनों पक्षों के बीच शांति स्थापित हुई है।

Advertisement
×