बास मल्टीपर्पज ड्रेन फिर टूटी, 60 एकड़ जमीन जलमग्न
बास मल्टीपर्पज ड्रेन एक बार फिर टूट गई, जिससे आसपास के किसानों के लिए बड़ी समस्या खड़ी हो गई। ड्रेन टूटने की सूचना किसानों ने तुरंत प्रशासन तक पहुंचाई। सूचना मिलते ही प्रदीप जेई मौके पर पहुंचे और उन्होंने टूटे...
Advertisement
बास मल्टीपर्पज ड्रेन एक बार फिर टूट गई, जिससे आसपास के किसानों के लिए बड़ी समस्या खड़ी हो गई। ड्रेन टूटने की सूचना किसानों ने तुरंत प्रशासन तक पहुंचाई। सूचना मिलते ही प्रदीप जेई मौके पर पहुंचे और उन्होंने टूटे हुए हिस्से को बंधवाने का कार्य शुरू करवाया।इस दौरान प्रदीप जेई ने बताया कि इस ड्रेन की क्षमता 323 क्युसिक पानी की है, जबकि हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा के चलते इसमें पीछे से लगभग 475 क्युसिक पानी आ रहा है। यही कारण है कि ड्रेन बार- बार टूट रही है और आसपास की जमीन जलमग्न हो रही है। ड्रेन टूटने से लगभग 60 एकड़ जमीन में पानी भर गया है।
तीन से चार फीट तक पानी खड़ा हो जाने से किसानों की मौजूदा सीजन की फसल पूरी तरह खराब हो चुकी है। किसानों का कहना है कि इस नुकसान का असर अगले सीजन की फसल पर भी पड़ेगा। इस मौके पर मौजूद किसान साधु राम, सुरेश, ओमप्रकाश, धर्मानंद, कर्मवीर, विनोद, जयवीर, रामदास, रवि, रमेश और बलराज ने प्रशासन से विशेष गिरदावरी करवाने की मांग की है।
Advertisement
किसानों का कहना है कि उन्हें जलभराव से हुए नुकसान की भरपाई के लिए उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए। स्थानीय लोगों ने भी प्रशासन से अपील की है कि ड्रेन की स्थायी मरम्मत करवाई जाए, जिससे बार-बार टूटने की समस्या समाप्त हो सके। यदि समय रहते समाधान नहीं किया गया, तो आने वाले दिनों में किसानों को और भी भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है।
Advertisement