कपास में गुलाबी सुंडी प्रबंधन पर जागरूकता कार्यक्रम
कृषि विज्ञान केंद्र, सिरसा द्वारा गांव सांवत खेड़ा में ‘कपास में गुलाबी सुंडी का प्रबंधन’ विषय पर खंड स्तरीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पूर्व सरपंच रणजीत सहित क्षेत्र के लगभग 80 प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया। किसानों को फेरोमोन ट्रैप्स, ट्राइकोग्रामा, समन्वित कीट प्रबंधन के तहत रासायनिक कीटनाशकों के संतुलित उपयोग, फसल अवशेषों का निपटान, संतुलित उर्वरक उपयोग, उचित बुवाई समय व पौध संरक्षण तकनीकों पर जानकारी दी गई। कृषि विज्ञान केंद्र सिरसा के समन्वयक डॉ. देवेंद्र सिंह जाखड़ ने बताया कि गुलाबी सुंडी कपास की गुणवत्ता व उत्पादन दोनों को प्रभावित करती है, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि खेतों की नियमित निगरानी, प्रारंभिक पहचान व समय पर कार्रवाई कीट से बचाव का प्रभावी उपाय है। विषय विशेषज्ञ डॉ. रेणु देवी ने किसानों को गुलाबी सुंडी के जीवन चक्र, उसकी पहचान व नियंत्रण के आधुनिक तकनीकी उपायों की जानकारी दी। किसानों को गुलाबी सुंडी के प्रबंधन पर आधारित जानकारी पुस्तिकाएं, परामर्श सामग्री व नि:शुल्क फ़ेरोमोन वितरित की गए।