आपात स्थिति में जागरूकता और त्वरित प्रतिक्रिया कर सकती है नुकसान को काफी कम : विकास
उन्होंने कहा कि संघर्षों से मिले सबक आज भी न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बल्कि विश्वविद्यालय समुदाय की सुरक्षा के लिए भी प्रासंगिक हैं। विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित इस जागरुकता कार्यक्रम में अग्निशमन विभाग के विशेषज्ञ सब-फायर ऑफिसर विकास कुमार द्वारा व्याख्यान और लाइव अग्निशमन प्रदर्शन के माध्यम से सामान्य और आपातकाल दोनों स्थितियों में अग्नि रोकथाम और क्षति को कम करने का प्रशिक्षण दिया गया।
उन्होंने कहा कि चाहे युद्ध का समय हो या दिन-प्रतिदिन की आपात स्थिति, जागरूकता और त्वरित प्रतिक्रिया नुकसान को काफी हद तक कम कर सकती है और समुदायों की रक्षा कर सकती है। इस जागरूकता कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, अधिकारियों, शिक्षकों, कर्मचारियों व उनके परिवाजनों सहित मेस कर्मचारियों ने प्रतिभागिता की।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. टंकेशवर कुमार ने अग्निशमन विभाग की टीम को उनकी सेवा और सार्वजनिक सुरक्षा में बहुमूल्य योगदान के लिए सम्मानित भी किया। सत्र का समापन एक सामूहिक संदेश ‘तैयारी जीवन बचाती है’ के साथ हुआ। आयोजन में विश्वविद्यालय के सुरक्षा अधिकारी कशिश सूद व सिक्योरिटी इंस्पेक्टर सुरेश कुमार ने सक्रिय भूमिका निभाई।