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‘जागरूकता, सावधानी एचआईवी और एड्स से बचाव का जरिया’

सिविल अस्पताल के ट्रेनिंग सेंटर में बुधवार को एचआईवी और एड्स पर मीडिया वर्कशॉप का आयोजन किया गया। जिसमें एचआईवी और एड्स के कारणों से लेकर इसके लक्षणों और बचाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। सिविल सर्जन...
जींद के सिविल अस्पताल के ट्रेनिंग सेंटर में एचआईवी, एड्स पर वर्कशॉप की अध्यक्षता करती सिविल सर्जन डॉ सुमन कोहली। -हप्र
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सिविल अस्पताल के ट्रेनिंग सेंटर में बुधवार को एचआईवी और एड्स पर मीडिया वर्कशॉप का आयोजन किया गया। जिसमें एचआईवी और एड्स के कारणों से लेकर इसके लक्षणों और बचाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।

सिविल सर्जन डॉ़ सुमन कोहली की अध्यक्षता में हुई वर्कशॉप में डिप्टी सिविल सर्जन डॉ़ पालेराम कटारिया, सिविल अस्पताल के डिप्टी एमएस डॉ़ आरएस पूनिया, सीनियर डेंटल सर्जन डॉ़ दिनेश और हरियाणा एड्स कंट्रोल सोसाइटी के मनोज कुमार विशेष रूप से मौजूद रहे।

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वर्कशॉप में सिविल सर्जन डॉ सुमन कोहली ने कहा कि एचआईवी और एड्स से जागरूकता और सावधानी से ही बचा जा सकता है। अगर किसी कारण से कोई एचआईवी या एड्स का शिकार हो जाता है, तो उसे तुरंत जांच करवाकर उपचार लेना चाहिए। डिप्टी सिविल सर्जन डॉ पालेराम कटारिया ने कहा कि एचआईवी और एड्स को लेकर कई तरह की भ्रांति हैं। एचआईवी या एड्स संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने, उसके साथ खाने-पीने, खांसी या जुकाम से एचआईवी नहीं नहीं फैलती। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से सावधानी ही बचा सकती है। हरियाणा एड्स कंट्रोल सोसाइटी के मनोज कुमार ने बताया कि जींद जिले में साल 2023- 24 में एचआईवी के 293 मरीजों को डायग्नोज किया गया, जबकि 2024-25 में 287 और 2025-26 में अब तक 150 का डायग्नोज हुआ है।

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