वन महोत्सव 2025 पर पर्यावरण सरंक्षण की मिसाल
पर्यावरण संरक्षण और जनजागरण की दिशा में शिव शक्ति जनकल्याण सेवा ट्रस्ट एवं सिद्ध पीठ बाबा जहरगिरी आश्रम के पीठाधीश्वर श्री महंत डॉ. अशोकगिरि महाराज ने श्रावण मास के अंतिम सोमवार को राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे 11 त्रिवेणियों का पौधारोपण किया।...
पर्यावरण संरक्षण और जनजागरण की दिशा में शिव शक्ति जनकल्याण सेवा ट्रस्ट एवं सिद्ध पीठ बाबा जहरगिरी आश्रम के पीठाधीश्वर श्री महंत डॉ. अशोकगिरि महाराज ने श्रावण मास के अंतिम सोमवार को राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे 11 त्रिवेणियों का पौधारोपण किया। इस दौरान बड़, पीपल और नीम के 33 पौधे रोपे गए, जिन्हें त्रिवेणी के रूप में समर्पित किया गया। इससे पहले भी महंत डॉ. अशोकगिरि महाराज द्वारा 151 त्रिवेणियां लगाई जा चुकी हैं। हलवास चौक से देवसर मोड़ तक हाईवे बाईपास क्षेत्र में सेवकों के सहयोग से खुद गड्ढे खोदकर वृक्षारोपण किया गया।
इस मौके पर श्री महंत ने बताया कि ट्रस्ट द्वारा श्री श्री 1008 बाबा शंकरगिरी महाराज की स्मृति में 1008 त्रिवेणियां लगाने का संकल्प लिया गया है, जिनकी देखरेख 1008 परिवारों द्वारा की जाएगी। कई परिवार इस पुनीत कार्य में आगे आ चुके हैं। उन्होंने बड़, पीपल और नीम के महत्व को रेखांकित करते हुए बताया कि ये वृक्ष न केवल वातावरण को शुद्ध करते हैं, बल्कि औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। पीपल श्वसन तंत्र के लिए लाभकारी है, नीम रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और बरगद मानसिक शांति प्रदान करता है। धार्मिक दृष्टिकोण से भी इन वृक्षों का विशेष स्थान है। उन्होंने कहा कि संत-महात्माओं और ऋषि-मुनियों की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए यह पौधारोपण धार्मिक आस्था और पर्यावरण सुरक्षा दोनों को समर्पित है।

