रोहतक के सभी सरकारी व निजी स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र आगामी आदेशों तक रहेंगे बंद
जिला मजिस्टे्रट एवं आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के चेयरमैन सचिन गुप्ता ने आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के अंतर्गत निहित्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जिला के अंतर्गत आने वाले सभी सरकारी व निजी स्कूलों तथा आंगनवाड़ी केन्द्रों को बंद करने के निर्देश दिए हैं। जिला मजिस्टे्रट सचिन गुप्ता द्वारा जारी आदेशों केे अनुसार नागरिकों को घर पर ही रहने की सलाह दी गई है और कहा गया है कि वे अनावश्यक यात्रा न करें। इसके साथ ही नदी किनारों, संवेदनशील पुलों एवं नालों के साथ निचले हिस्सों से भी बचने की सलाह दी गई है। नागरिकों को कहा गया है कि वे किसी भी बाढ़ संबंधी स्थिति या सहायता हेतु जिला बाढ़ नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नम्बर- 01262-230401 पर संपर्क करें। सचिन गुप्ता द्वारा जारी आदेश के तहत नागरिक एवं राहत कार्य के लिए नगर निगम/समितियां, सिंचाई विभाग, पीडब्ल्यूडी (बी एंड आर), एचएसवीपी और पीएचईडी के अधिकारी/कर्मचारी हाई अलर्ट पर रहेंगे और नालों की सफाई, बाढ़ का पानी निकालने व तटबंधों की सुरक्षा संबंधी कार्य तत्परता से करेंगे।
सचिन गुप्ता द्वारा जारी आदेश के तहत आपातकालीन व स्वास्थ्य सेवाओं के प्रबंधन के लिए स्वास्थ्य विभाग संवेदनशील गांवों में मोबाइल चिकित्सा इकाइयां तैनात करेगा। पुलिस, अग्निशमन सेवाएं और सिविल डिफेंस स्वयंसेवक निकासी एवं बचाव कार्यों के लिए सतर्क रहेंगे। आदेशों में कहा गया है कि जिला शिक्षा अधिकारी रोहतक की रिपोर्ट तथा लगातार वर्षा एवं नदियों-नालों में जल स्तर में वृद्घि के दृष्टिïगत जिला में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। निचले क्षेत्रों में जल भराव, यातायात में बाधा तथा जन सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए ही उपरोक्त आदेश जारी किए गए है।
मंडलायुक्त ने भाटला व घिराय गांवों का किया दौरा, प्रबंधों का लिया जायजा
हांसी (निस) :
हिसार मंडल के आयुक्त अशोक गर्ग ने वीरवार को भाटला और घिराय गांवों का दौरा कर बरसाती जलभराव की स्थिति और निकासी प्रबंधों का गहन निरीक्षण किया। उनके साथ एसडीएम राजेश खोथ, तहसीलदार अनिल कुमार बिढान सहित सिंचाई, जन स्वास्थ्य, बिजली, पंचायत एवं अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। मंडलायुक्त ने दोनों गांवों के खेतों और रिहायशी इलाकों का दौरा कर ग्रामीणों और किसानों से बातचीत की। ग्रामीणों ने बताया कि भारी बारिश के चलते खेतों में पानी भर गया है, जिससे फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। इस पर मंडलायुक्त ने किसानों से ई-क्षति पूर्ति पोर्टल पर नुकसान दर्ज करवाने को कहा, ताकि सरकार की ओर से मुआवजा प्रदान किया जा सके। उन्होंने जन स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए कि क्षतिग्रस्त पेयजल पाइपलाइनों को शीघ्र दुरुस्त किया जाए और तब तक टैंकरों से स्वच्छ जलापूर्ति की व्यवस्था की जाए। वहीं, बिजली विभाग को निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए ताकि जलनिकासी कार्य में कोई बाधा न आए। ग्रामीणों ने बिजली सप्लाई को मसूदपुर पावर हाउस से स्थाई रूप से जोड़ने की मांग की, जिस पर मंडलायुक्त ने संबंधित विभागों के साथ शीघ्र बैठक करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कुलाना-भाटला मार्ग पर स्थित पुलिया को तोड़ने और घिराय गांव में वीटी पंप दो दिन में चालू करने के निर्देश भी दिए। तब तक वैकल्पिक जल निकासी प्रबंध सुनिश्चित करने के आदेश दिए गए। एसडीएम राजेश खोथ दिनभर फील्ड में रहकर जलभराव क्षेत्रों पर नजर बनाए रहे। सुबह 8 बजे से उन्होंने शहरी और ग्रामीण इलाकों में निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और फिर मंडलायुक्त के साथ गांवों का दौरा किया।