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कृषि विभाग ने दुकानों पर की छापेमारी, बीजों के 28 सैंपल लिये

सोनीपत, 29 जून (हप्र) खरीफ सीजन में किसानों को बेहतर गुणवत्ता का बीज उपलब्ध कराने के लिए कृषि विभाग ने विशेष टीमों का गठन करके छापेमारी अभियान शुरू किया है। इसके अंतर्गत गोहाना शहर और सोनीपत के बहालगढ़ क्षेत्र में...
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सोनीपत, 29 जून (हप्र)
खरीफ सीजन में किसानों को बेहतर गुणवत्ता का बीज उपलब्ध कराने के लिए कृषि विभाग ने विशेष टीमों का गठन करके छापेमारी अभियान शुरू किया है। इसके अंतर्गत गोहाना शहर और सोनीपत के बहालगढ़ क्षेत्र में स्थित खाद, बीज व दवाइयों की दुकानों पर छापेमारी अभियान चलाते हुए बीज के 28 सैंपल इकट्ठे किए हैं। इनमें से बीज के 14 सैंपल गोहाना से लिए गए हैं। सैंपलों को जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा। लैब रिपोर्ट आने पर अगर कोई सैंपल गुणवत्ता पर खरा नहीं मिला तो उसके खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाएगी।
बता दें कि मौजूदा समय में खरीफ सीजन की विभिन्न फसलों की बिजाई व रोपाई का काम चल रहा है। इन दिनों मक्का, बाजरा, धान, ज्वार आदि फसलों की बीज की डिमांड काफी बढ़ गई है। ऐसे में कई बार विक्रेता कम गुणवत्ता का बीज बेचकर मुनाफा कमाने की कोशिश करते हैं। इसकी वजह से किसान को न सिर्फ आर्थिक रूप से नुकसान झेलना पड़ता है, वहीं फसलों के उत्पादन पर भी असर पड़ता है।

डीएपी खाद की खल रही कमी

जिले में डीएपी खाद की किसानों को अब भी कमी खल रही है। धान की रोपाई प्रक्रिया तेज हो चुकी है, लेकिन डीएपी खाद उपलब्ध न होने की वजह से किसानों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। जून माह में करीब 3 हजार एमटी डीएपी खाद की डिमांड होती है। परंतु इस बार काफी कम मात्रा में डीएपी खाद जिले में पहुंचा है। चंद दिनों पहले करीब 280 एमटी डीएपी खाद जिले में पहुंचा था, लेकिन इस आवक से किल्लत दूर नहीं हो पाई है। अधिकतर दुकानों पर डीएपी खाद उपलब्ध नहीं है। वहीं जुलाई माह में यूरिया खाद की डिमांड काफी अधिक बढ़ जाती है।
''खरीफ सीजन में किसानों को बेहतर गुणवत्ता का बीज उपलब्ध कराने के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। गोहाना और सोनीपत क्षेत्र से बीज के 28 सैंपल लिए गए हैं। किसानों से अपील है कि वे पक्के बिल पर ही खाद, बीज व दवाइयां खरीदें। सैंपलों की लैब रिपोर्ट आने के बाद आगे की कारवाई की जाएगी।''  
-डॉ. पवन शर्मा, कृषि उपनिदेशक, 
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