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भिवानी अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने नहीं लिया शव

प्राइवेट स्कूल की टीचर की निर्मम हत्या का मामला
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पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपते हुए ग्रामीण।-हप्र
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भिवानी में प्राइवेट स्कूल टीचर की गला काटकर की गई निर्मम हत्या मामले में नया मोड़ आ गया है। परिजनों ने लापरवाह पुलिस कर्मियों को सस्पेंड करने व हत्यारों की गिरफ्तारी ना होने तक शव लेने व अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया है। 13 अगस्त को लोहारू कस्बे के सिंघानी गांव में नहर किनारे एक युवती का शव मिला था। जिसे गला काट कर बड़ी ही बेरहमी से मौत के घाट उतारा गया था। मृतका की शिनाख्त ढाणी लक्ष्मण गांव निवासी मनीष के रूप में हुई थी जो सिंघानी गांव के एक निजी स्कूल की टीचर थी। मृतका के परिजनों व ग्रामीणों ने हत्यारों को गिरफ्तार करने व मामले की उच्चस्तरीय जांच करवाने की मांग को लेकर सिंघानी गांव में दिल्ली-जयपुर रोड को चार घंटे जाम किया था। इसके बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम व डीएसपी के 24 घंटे में हत्यारों को गिरफ्तार करने के आश्वासन पर जाम खेले गया था और शव पोस्टमार्टम के लिए भिवानी चौधरी बंसीलाल नागरिक अस्पताल भेजा गया था।

आज मनीषा हत्याकांड में उस समय नया मोड़ आ गया जब परिजनों ने अभी तक कोई कार्रवाई न होने पर पोस्टमार्टम के बाद शव लेने से मना कर दिया। परिजनों के बाद सैकड़ों ग्रामीण हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अड़े रहे। तभी भाजपा सांसद धर्मबीर सिंह अस्पताल पहुचे और कारवाई को लेकर एसपी मनवीर सिंह को मौके पर बुलाया। सांसद व एसपी ने जल्द कार्रवाई का फिर भरोसा दिया लेकिन परिजन व ग्रामीण लापरवाह पुलिस कर्मियों को सस्पेंड करने तथा हत्यारों की गिरफ्तारी पर अड़े रहे। खुद सांसद धर्मबीर सिंह ने कहा कि एक बेटी की ऐसे हत्या करना ये बहुत ही निंदनीय व जघन्य अपराध है। उन्होंने खुद कहा कि पुलिस तत्परता से कार्रवाई करती तो शायद ये बेटी जिंदा होती।

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मृतका के मामा ने कहा कि जब वह घर नहीं पहुंची तो ‘डायल 112’ बुलाकर शिकायत दी। उन्होंने थाने जाने को कहा तो एफआईआर नहीं की। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने कोई कार्यवाही करने की बजाय मनीषा के चरित्र पर ही पुलिस ने सवाल उठाए। मामा ने कहा कि डायल 112 व लोहारू थाना पुलिस की लापरवाही से उसकी भानजी की हत्या हुई है। कल डीएसपी व आज एसपी केवल आश्वासन दे रहे हैं। कोई कार्यवाही नहीं की जा रही। उनका कहना था कि जब तक लापरवाह पुलिस कर्मियों को सस्पेंड नहीं किया जाता और हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक वो ना शव लेंगे न अंतिम संस्कार करेंगे।

वहीं कम्युनिस्ट पार्टी (मा) की भिवानी जिला कमेटी ने भी सिंघानी गांव के स्कूल में कार्यरत एक अध्यापिका की मंगलवार को की गई निर्मम हत्या की कार्यवाही की घोर निंदा की तथा अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार करते हुए उन्हें कड़ी सजा दिलवाने की मांग की। माकपा जिला सचिव कामरेड ओमप्रकाश ने कहा कि यदि लड़की के परिवार की तरफ से दी गई शिकायत पर समय रहते लोहारु पुलिस शीघ्र कार्यवाही करती तो उस लड़की की जान बच

सकती थी।

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