मंडलायुक्त ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनकर दिए जल निकासी तेजी से कराने के निर्देश
मंडलायुक्त अशोक कुमार गर्ग और उपायुक्त अनीश यादव ने सोमवार को गांव लितानी का दौरा किया और वहां बारिश के कारण बने जलभराव की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान मंडलायुक्त ने जल निकासी को लेकर किए गए प्रबंधन की समीक्षा करते हुए संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
अधिकारियों ने मंडलायुक्त को अवगत करवाया कि गांव से पानी निकालने के हर संभव प्रयास जारी हैं। इस पर मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि जल निकासी की गति बढ़ाने के लिए तुरंत प्रभाव से 2 बीटी और 3 ईपीए पंपसेट लगाए जाएं। साथ ही अतिरिक्त 4 मोटरों की खरीद व किराए पर भी व्यवस्था की जाए। मंडलायुक्त अशोक कुमार गर्ग ने ग्रामीणों से मुलाकात कर पीने के पानी, स्वास्थ्य सुविधाओं और अन्य मूलभूत जरूरतों की जानकारी ली। उन्होंने मच्छरों से होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए गांव में तुरंत फॉगिंग करवाने के निर्देश दिए।
स्कूलों में पानी भरने की समस्या पर उन्होंने कहा कि छात्रों की पढ़ाई बाधित न हो, इसके लिए उन्हें अस्थायी तौर पर अन्य स्कूलों में शिफ्ट किया जाए।
आबादी क्षेत्रों में पानी निकासी कार्यों में तेजी लाएं
भिवानी (हप्र) : उपायुक्त साहिल गुप्ता ने सिंचाई विभाग, जन स्वास्थ्य विभाग, राजस्व विभाग एवं पंचायत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आपसी तालमेल के साथ बारिश के पानी की निकासी करवाएं।
ग्राम पंचायतों की सहायता से जलभराव से प्रभावित नागरिकों की मदद करें और उनके पंचायत प्रतिनिधियों के संपर्क में रहें। उपायुक्त सोमवार को लघु सचिवालय स्थित अपने कार्यालय में जिला में बारिश के पानी की निकासी के कार्य की संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान अधिकारियों ने कस्बा बवानीखेड़ा के साथ-साथ सैय, रिवाड़ी, खरक, कलिंगा, गुजरानी, मिताथल, घुसकानी, चांग, धनाना, बडेसरा, तालू, जताई, मुंढाल, बड़सी, पुर, सिवाड़ा, कुंगड़, भैणी, खेड़ी दौलतपुर, मंढाणा, जाटू लोहारी, प्रेम नगर, बापोड़ा, तिगड़ाना, दांग खुर्द व कलां, सागवान, बीरण, ढाणी बीरण, सुई, बलियाली व रामूपुरा आदि जलभराव से प्रभावित गांवों में पानी की फिलहाल स्थिति के बारे में डीसी को अवगत करवाया। उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गांव सागवन, कस्बा बवानीखेड़ा और धनाना सहित जलभराव से प्रभावित आबादी क्षेत्रों में राहत कार्यों में तेजी लाई जाए। लोगों को सुरक्षित स्थान पर रहने के लिए जागरूक किया जाए। जरूरतमंद लोगों को ग्राम पंचायतों की मदद से खाद्य सामग्री आदि की मदद की जाए। समीक्षा बैठक के दौरान सिंचाई व पंचायत विभाग के अधिकारियों ने उपायुक्त को बताया कि कुछ आबादी क्षेत्रों को जलभराव से बचाने के लिए नालों की खुदाई करवानी जरूरी है। इसके लिए डीसी ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त करने के आदेश दिए। बैठक के दौरान एसडीएम महेश कुमार ने कस्बा बवानीखेड़ा में जलभराव की स्थिति के बारे में डीसी को विस्तार से जानकारी दी।