सफलता के लिए बदलते परिवेश में ढलना अत्यंत आवश्यक : नरसी राम
गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है कि सफलता पाने के लिए आत्मविश्वास से संवाद करना, टीम में काम करना, समस्याओं का समाधान ढूंढना और बदलते परिवेश में स्वयं को ढालना अत्यंत आवश्यक है। यही कौशल अच्छे रिश्ते बनाने, तनाव संभालने और प्रभावी नेतृत्व करने में मददगार होते हैं।
कुलपति प्रो. बिश्नोई विश्वविद्यालय के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल और स्पीकाथॉन क्लब के सौजन्य से तथा अनुदीप फाउंडेशन के सहयोग से कनिष्ठ और नवप्रवेशी विद्यार्थियों के लिए आयोजित दो दिवसीय सॉफ्ट स्किल प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रज्ञान-2025 के प्रशिक्षकों और समन्वयकों के सम्मान समारोह में बतौर मुख्यातिथि उपस्थित थे। समारोह की अध्यक्षता प्लेसमेंट निदेशक डॉ. प्रताप सिंह ने की। वहीं, जिंदल स्टेनलेस स्टील के डीजीएम एलएंडडी हितेश यादव विशिष्ट अतिथि और अनुदीप फाउंडेशन की किरण विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। कुलपति प्रो. बिश्नोई ने कहा कि सॉफ्ट स्किल्स भी हार्ड स्किल्स की तरह महत्वपूर्ण हैं और जो व्यक्ति इन दोनों में दक्ष हो जाता है, वह जीवन के हर क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करता है। प्रज्ञान-2025 ने विश्वविद्यालय में सहकर्मी से सीखने की संस्कृति का निर्माण किया है और ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों के समग्र व्यक्तित्व विकास में योगदान करते हैं, जिससे वे भविष्य के पेशेवरों के रूप में तैयार होते हैं। विशिष्ट अतिथि हितेश यादव ने कॉर्पोरेट सफलता में संचार और पारस्परिक कौशल के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि केवल तकनीकी ज्ञान ही नहीं, बल्कि विचारों को प्रस्तुत करने, टीमों का नेतृत्व करने और बदलती परिस्थितियों में ढलने की क्षमता भी पेशेवरों को अलग बनाती है। विशेष अतिथि किरण ने सहकर्मी-से-सहकर्मी प्रशिक्षण के अभिनव मॉडल की सराहना की और विद्यार्थियों के उत्साह की प्रशंसा की।