तेज आंधी के साथ 61 एमएम बारिश, खंभे-पेड़ टूटकर गिरे, नोतपा का असर कम
बारिश होने से नोतपा का असर भी कम ही रहने की संभावना है। किसान फसल बिजाई की तैयारी में जुट गए हैं। करीब 10 वर्ष वर्ष बाद ज्येष्ठ माह में बाजरा बिजाई की संभावना है। प्रबुध नागरिकों ने कहा कि प्री-मॉनसून की बारिश होने के बाद गर्मी से कुछ हद तक निजात मिली है। बारिश से कनीना का न्यूनतम तापमान 27 और अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस रहा।
उपमंडल कृषि अधिकारी डाॅ. अजय यादव ने बताया कि कनीना में करीब 33 हजार हैक्टेयर कृषि योज्य भूमि है जिसमें किसानों द्वारा कपास, नरमा, मूंग, बाजरा व गवार बिजाई की तैयारियां शुरू कर दी हैं। नगरपालिका कनीना के चेयरपर्सन डाॅ. रिंपी लोढा ने कहा कि माॅनसून से पूर्व नालों की सफाई करवाकर दुरूस्त करवाया जा रहा है। जोहडों की पैमाईश करवाकर उनकी छटाई का कार्य शुरू किया गया है। बारिश के दौरान कनीना में जलभराव नहीं होने दिया जायेगा।