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हिसार में 45 हजार किसानों की 3 लाख एकड़ फसल को नुकसान

डीसी अनीश यादव ने बताया कि जिले में हुए भारी बरसात तथा ड्रेन टूटने के कारण से विभिन्न क्षेत्रों में हुए जलभराव के मद्देनजर प्रभावित लोगों की मदद करते हुए स्थिति का आकलन किया जा रहा है। जिले के कई...
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डीसी अनीश यादव ने बताया कि जिले में हुए भारी बरसात तथा ड्रेन टूटने के कारण से विभिन्न क्षेत्रों में हुए जलभराव के मद्देनजर प्रभावित लोगों की मदद करते हुए स्थिति का आकलन किया जा रहा है। जिले के कई क्षेत्रों में फसल बर्बाद हुई है। अधिकारियों व कर्मचारियों की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों में लगी हुई हैं। प्रभावित लोगों को भोजन, स्वच्छ पानी, दवाइयां और अन्य आवश्यक सामग्री प्रदान की जा रही है। अनुमान है कि हिसार के 45 हजार किसानों की लगभग 3 लाख एकड़ फसल को नुकसान हुआ है। मंगलवार को उपायुक्त ने जिले के गांव आर्यनगर में जलभराव निकासी प्रबंधों व लाडवा तथा दाहिमा के बीच टूटी हुई ड्रेन का निरीक्षण किया। इस दौरान उपायुक्त को अवगत करवाया गया कि लगभग 250 मनरेगा श्रमिक ड्रेन को ठीक करने में लगे हुए हैं। उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि तुरंत प्रभाव से अतिरिक्त लेबर लगाकर ड्रेन को सही किया जाए। उन्होंने सभी एसडीएम, तहसीलदार और संबंधित विभागों के अधिकारियों को फील्ड पर मौजूद राहत कार्यों की निगरानी करते और नुकसान का आंकलन करते हुए रिपोर्ट तैयार करने की हिदायत दी। प्रभावित क्षेत्रों में किसानों की फसल खराबे के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल खोला गया है। इस पोर्टल के माध्यम से किसान अपनी फसल को हुए नुकसान का पंजीकरण कर क्षतिपूर्ति का लाभ प्राप्त कर सकेंगे।

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