भिवानी में 100 एमएम बारिश, 24 गांवों में फसलें जलमग्न
पिछले 24 घंटे से भिवानी में रूक-रूककर हो रही बारिश ने जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित किया है। आज सुबह तक भिवानी ब्लॉक में लगभग 100 एमएम बारिश हुई है। शहर के साथ लगते बवानीखेड़ा व दो दर्जन गांवों में भी अत्याधिक बारिश हुई है, जिस कारण 25 गांवों मेें 4 हजार एकड़ से अधिक फसल पानी की चपेट में आ गया। डीसी ने 2 सितंबर को भिवानी व बवानीखेड़ा के सभी स्कूल कॉलेज बंद करने के निर्देश दिए थे। कल दोपहर बाद 3 बजे शुरू हुई बरसात आज दोपहर बाद तक जारी है। जिस कारण 2 दर्जन से अधिक कालोनियों में तो पानी जमा हो चुका है। रोहतक गेट, एमसी कालोनी, बावड़ी गेट, तेलीवाड़ा, विकास नगर, नया बाजार, फैंसी चौक, महम गेट, घंटा घर चौक, जैन चौक, हनुमान गेट, दादरी गेट, हलवास गेट आदि में एक से दो फुट तक पानी जमा हो गया है। उपायुक्त साहिल गुप्ता ने मोर्चा संभाला और वे जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ शहर के सभी जल निकासी केंद्रों पर पहुंचे और अधिकारियों को शीघ्र जल निकासी के आदेश दिए। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस उद्योग सैल के चेयरमैन अशोक बुवानीवाला ने मौसम विभाग द्वारा जारी हुए हाई अलर्ट के बावजूद जलभराव की समस्या को नजरअंदाज करना शासन और प्रशासन की हर बार की तरह बरती गई लापरवाही को दर्शाता है।
प्रेमनगर गांव में बाढ़ जैसे हालात
मूसलाधार बारिश से गांव प्रेमनगर के हालात गंभीर हो गए है। वाल्मीकि बस्ती में चार-चार फुट तक पानी खड़ा हो गया। लोग अपने घरों से पलायन करके सार्वजनिक स्थानों मंदिर, स्कूल, सामुदायिक, केंद्रों में शरण ले रहे है। शमशाम घाट भी ओवरफ्लो हो चुका है। सुरक्षित स्थानों की खोज में लोगों का गांव के सरपंच के घर पर तांता लगा हुआ है। पर कही भी सुरक्षित जगह नजर नहं आ रही। नाले, तालाब, रास्ते, स्कूल, खेत सभी में पानी ही पानी है। गांव के सरपंच, ग्राम पंचायत और ग्राम विकास एवं शिक्षा समिति प्रेमनगर बेघर लोगों को शरण दिलाने में जुटे है। परन्तु हालात काबू से बाहर है। बाढ़ से निपटने के लिए पंचायत के पास जो बजट था, वह भी खत्म हो चुका है। वाल्मीकि बस्ती में लोगों के घरों में भारी नुकसान हुआ है।