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10 वर्षीय बच्ची ने की एकासना की अठाई

10 वर्षीय अनुभवी जैन ने एकासना की अठाई करते हुए सातवें दिन जैन स्थानक में विराजमान महासाध्वी सुव्रत प्रभा महाराज-ठाणे-4 का आशीर्वाद प्राप्त किया। मंगलवार को अनुभवी जैन की मेहंदी रस्म संपन्न हुई, जिसमें जैन श्रद्धालुओं ने तपस्या के मंगल...
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डबवाली स्थित जैन स्थानक में 10 वर्षीय अनुभवी जैन की मेहंदी रस्म के दौरान आशीर्वाद देती महासाध्वी सुव्रत प्रभा महाराज। -निस
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10 वर्षीय अनुभवी जैन ने एकासना की अठाई करते हुए सातवें दिन जैन स्थानक में विराजमान महासाध्वी सुव्रत प्रभा महाराज-ठाणे-4 का आशीर्वाद प्राप्त किया। मंगलवार को अनुभवी जैन की मेहंदी रस्म संपन्न हुई, जिसमें जैन श्रद्धालुओं ने तपस्या के मंगल गीत गाए। अनुभवी स्थानीय जैन सभा के महामंत्री वैद्य मुकेश जैन की पुत्री हैं, उसकी अठाई बृहस्पतिवार को पूर्ण होगी। इस अवसर पर महासाध्वी सुव्रत प्रभा ने कहा कि जैसे सोने को निखारने के लिए उसे अग्नि में तपाया जाता है, वैसे ही आत्मा को निर्मल बनाने के लिए तप रूपी अग्नि आवश्यक है। तप से कर्मों की निर्जरा होती है और आत्मा पवित्र बनती है। उल्लेखनीय है कि जैन धर्म में ‘एकासना’ का अर्थ है ‘दिन में केवल एक ही बार एक स्थान पर बैठकर भोजन करना, जिसे लगातार आठ दिनों तक किया जाता है।’

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