स्टॉक और आईपीओ में निवेश के नाम पर 1.38 करोड़ की धोखाधड़ी, दो आरोपी गिरफ्तार
सेक्टर-21 निवासी शिकायतकर्ता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसे शेयर मार्केट से जुड़ा एक व्हाट्सएप ग्रुप जॉइन कराया गया, जिसमें निवेश की तकनीक सिखाने और ज्यादा मुनाफा दिलाने का दावा किया गया था। ग्रुप में शामिल ठगों ने उसे एक लिंक भेजा, जिसके माध्यम से ऐप डाउनलोड करने और आधार कार्ड के जरिए सत्यापन करने के लिए कहा गया।
ऐप पर पहले 50,000 रुपये टॉप-अप करने को कहा गया, जिसके बाद उसे एक वीआईपी ग्रुप में जोड़ दिया गया, जहां निवेश के टिप्स दिए जाते थे। ठगों ने लगातार अधिक लाभ का लालच देते हुए शिकायतकर्ता को कई बार इन्वेस्टमेंट करने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान शिकायतकर्ता ने 16 ट्रांजेक्शन के माध्यम से कुल 1,38,05,425 रुपये निवेश कर दिए।
23 अक्तूबर को शिकायतकर्ता के पास कॉल आई कि ग्रुप के मालिक को पुलिस ने पकड़ लिया है और पैसे वापस पाने के लिए 15,92,300 रुपये टैक्स के रूप में देने होंगे। मना करने पर उससे 9,55,425 रुपये मांगे गए, जो उसने दो ट्रांजेक्शन में भेज दिए। बाद में जब उसने ऐप से अपना पैसा निकालने की कोशिश की तो ‘पेमेंट इन प्रोग्रेस’ दिखता रहा, पर पैसे वापस नहीं मिले।
शिकायत के आधार पर साइबर थाना एनआईटी में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। पुलिस ने तकनीकी सुरागों के आधार पर दोनों आरोपियों को गुजरात से गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि आरिफ के खाते में 6.50 लाख रुपये आए थे, जिसे उसने फरहाद को दिया और फरहाद ने यह खाता आगे ठगों को उपलब्ध कराया। आरिफ एक लाइटर फैक्टरी में काम करता है जबकि फरहाद मजदूरी करता है। दोनों को अदालत में पेश कर पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
