वन्य प्राणी विंग मुख्यालय धर्मशाला होगा स्थानांतरित
सुक्खू सरकार ने अपना फैसला सिरे चढ़ाया, अधिसूचना जारी
>शिमला, 14 मई(हप्र)हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार भले ही अपनी चुनावी गारंटियों को पूरा नहीं कर पा रही है या उन्हें भूल चुकी है लेकिन शिमला से सरकारी कार्यालयों को बाहर करने के अपने फैसले को सरकार सिरे चढ़ाने में लग गई है। इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश वन्य प्राणी विंग का मुख्यालय अब धर्मशाला स्थानांतरित होगा। राज्य मंत्रिमंडल ने बीते दिनों हुई बैठक में वन्य प्राणी विंग के मुख्यालय को स्थानांतरित करने का फैसला लिया था। मंत्रिमंडल के फैसले के बाद सरकार ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है।
सरकार की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार वन्य प्राणी विंग के प्रधान मुख्य अरण्यपाल कार्यालय को शिमला से सीपीडीए केएफडब्ल्यू परियोजना कार्यालय धर्मशाला के भवन में स्थानांतरित किया गया है। सीपीडीए केएफडब्ल्यू के कार्यालय को सीएफ वन्यजीव धर्मशाला के रिक्त कार्यालय में स्थानांतरित करने का फैसला लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार ने धर्मशाला को हिमाचल की पर्यटन राजधानी घोषित किया हुआ है। साथ ही शिमला पर दबाव कम कर इसके प्राकृतिक सौंदर्य को बचाए रखने के मकसद से यहां से कुछेक कार्यालयों को स्थानांतरित करने की भी योजना है। इसी योजना के तहत पर्यटन विकास निगम के कार्यालय को शिमला से धर्मशाला स्थानांतरित करने का फैसला लिया गया है। साथ ही वन्य प्राणी विंग के कार्यालय के स्थानांतरण की अधिसूचना जारी कर दी गई है।
सुक्खू सरकार कांगड़ा में पर्यटन विकास के मकसद से बनखंडी में 619 करोड़ की लागत से वन्य प्राणी पार्क का निर्माण कर रही है। आगामी साल अप्रैल तक इस पार्क के निर्माण का कार्य पूरा होने की उम्मीद है। कांगड़ा जिला में पर्यटन विकास के मद्देनजर अभी कुछ और अहम फैसले लिए जाने की उम्मीद है।