सरकार को पंचायती जमीन पर कब्जा नहीं करने देंगे : भाकियू उगराहां
संगरूर, 26 मई (निस)
गांव बठोई कलां में प्रशासन द्वारा शामलात जमीन पर कब्जे के विरोध में भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के नेतृत्व में 13 मई से चल रहा रोष धरना समाप्त हो गया है। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष जोगिंदर सिंह उगराहां ने आज पक्के मोर्चे में भाग लिया और किसानों से अपने हकों के लिए संघर्ष का रास्ता अपनाने का आह्वान किया। इस बीच जोगिंदर सिंह उगराहां ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी कीमत पर जमीन पर कब्जा नहीं होने दिया जाएगा और कब्जा लेने के लिए सरकार को किसानों की लाशों से होकर गुजरना पड़ेगा। उन्होंने केंद्र व पंजाब सरकार को किसान विरोधी करार देते हुए कहा कि असली समस्या तो किसान विरोधी है।
उगराहां ने कहा कि कॉरपोरेट्स के लिए भूमि एकवायर की जा रही है और यदि यह जारी रहा तो किसानों के लिए खेती योग्य भूमि या रोजगार के अवसर नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में पंजाब सरकार कई और गांवों में पंचायती जमीन पर कब्जा करने की योजना बना रही है, जोकि सरकार की साजिश है। इसे किसी भी कीमत पर लागू नहीं होने दिया जाएगा। उगराहां ने कहा कि फिलहाल सरकार की नजर पंजाब के 700 गांवों की जमीन पर है। किसानों ने कहा कि यदि प्रशासन बठोई कलां पर जबरन कब्जा करने आए तो उन्हें सबक सिखाया जाए ताकि अधिकारी जमीन में न घूमें। इस बीच, उन्होंने स्थानीय अदालत द्वारा भूमि मुद्दे पर किसानों को स्थगन दिए जाने के बाद विरोध प्रदर्शन समाप्त करने की भी घोषणा की। आज के धरने को संगठन के जिला अध्यक्ष जसविंदर सिंह बरास, जिला सचिव सुखमिंदर सिंह बारां, जिला संगठन सचिव बलराज जोशी, ब्लॉक नेता अमरीक सिंह घग्गा, जसविंदर सिंह सालूवाल, दविंदर सिंह सील, हरजिंदर सिंह गज्जूमाजरा, हरमनदीप सिंह नंदपुर कैस हरदीप सिंह ड्रोली, जसविंदर सिंह बिशनपुरा, मनदीप कौर बारां, स्नेहदीप कौर, भवानीगढ़ ब्लॉक से मंजीत सिंह घराचों, इकाई अध्यक्ष बलजीत ने भी संबोधित किया।