चंडीगढ़, 14 मई (ट्रिन्यू)
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रदेश की जेलों से वीआईपी कल्चर को खत्म करने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की सभी जेलों में बनी वीआईपी बैरकों को खत्म करके प्रबंधीय कांप्लैक्स में बदलने के आदेश जारी किए हैं। भगवंत मान ने शनिवार को एक वीडियो जारी करके कहा कि पंजाब की पूर्व सरकारों ने कभी इस तरफ ध्यान नहीं दिया। जिन जेलों को सुधार घर का नाम दिया गया है वह नेताओं के लिए आराम घर बनी हुई हैं।
पिछले पचास दिनों के भीतर पंजाब की जेलों में सर्च आपरेशन चलाकर 710 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। इस मामले में जेलों में तैनात कई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई है। उन्होंने कहा कि अदालत जिस किसी भी नेता को किसी मामले में अपराधी मानते हुए सजा देती है वह जेल के भीतर जाते ही वीआईपी बन जाता है। वहां अलग से कमरा मिलता है और बकायदा विलासता का जीवन व्यतीत करता है।
बनेंगे प्रशासनिक कॉम्पलेक्स
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब की सभी जेलों में बने वीआईपी बैरकों को प्रबंधकीय कांप्लैक्स में तब्दील करने के आदेश जारी कर दिए हैं। इन वीआईपी बैरकों का इस्तेमाल किस रूप में होगा, यह तय हो चुका है। जेल में आने वाले सभी कैदी एक समान होंगे सिर्फ सामान्य तथा हार्डकोर कैदियों में ही फर्क होगा। भगवंत मान ने कहा कि नए आदेश तत्काल प्रभाव से लागू किए जा रहे हैं। इसके बावजूद अगर कोई जेल अधिकारी जेल में आने वाले किसी नेता को वीआईपी सुविधा देता पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।