महिला को अवैध हिरासत में रखने का आरोप, ग्रामीणों ने थाना घेरा
पुलिस ने महिला को किया रिहा
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संगरूर के धुरकोट रणसिह और अन्य गांवों के सैकड़ों आक्रोशित ग्रामीणों ने सोमवार रात निहाल सिंह वाला पुलिस थाने पर धावा बोल दिया और पुलिस को मानूके गिल गांव में हुई गोलीबारी की घटना के सिलसिले में गिरफ्तार की गई सरबजीत कौर को रिहा करने के लिए मजबूर किया।पुलिस की इस कार्रवाई पर समुदाय की ओर से तत्काल प्रतिक्रिया आई, जिन्होंने अवैध हिरासत और पुलिस अत्याचार का आरोप लगाया। विवाद का एक प्रमुख मुद्दा पुलिस थाने में कथित तौर पर महिला हवालात का न होना था, जिससे महिलाओं की हिरासत की वैधता पर गंभीर सवाल उठ रहे थे। भारी जन दबाव और थाने के अंदर घंटों नारेबाजी के बाद, पुलिस ने अंत प्रदर्शनकारियों की माँग मान ली और सरबजीत कौर को रिहा कर दिया।
मोगा के एसपी (डी) बालकृष्ण सिंगला के अनुसार, जाँच से पता चला है कि सरबजीत कौर, उनके बेटे सुखदीप सिंह और लुधियाना के तीन युवकों को मानूके गोलीबारी की घटना में नामजद किया गया था। पुलिस ने आरोप लगाया कि कई अन्य आपराधिक मामलों में फरार आरोपी सुखदीप सिंह ने लुधियाना के तीन युवकों को शूटर के रूप में नियुक्त किया था।
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