कपूरथला, 5 जून (निस)पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी (पीटीयू) जालंधर में शनिवार देर रात हॉस्टल में रह रहे छात्रों ने जमकर हंगामा किया। छात्रों ने जालंधर-कपूरथला सड़क मार्ग पर धरना दिया। दरअसल हॉस्टल में रह रहे एक छात्र की तबीयत खराब हो गई थी। जब तक उसे कपूरथला के सिविल अस्पताल में पहुंचाया गया तो उसकी हालत बिगड़ गयी थी और वहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। छात्रों का आरोप है कि हॉस्टल में 700 स्टूडेंट्स हैं, लेकिन यहां पर न कोई मेडिकल सुविधा है और न ही एम्बुलेंस आती है। छात्र को यदि समय पर एम्बुलेंस उपलब्ध हो जाती तो उसकी जान बच सकती थी। जिस छात्र की मौत हुई, वह बिहार का रहने वाला था और यूनिवर्सिटी में सेकेंड ईयर का स्टूडेंट था।
‘यूनिवर्सिटी प्रशासन को हॉस्टल की कमियों बता चुके, लेकिन कोई सुनवाई नहीं’
यूपी-बिहार समेत अन्य राज्यों के छात्रों ने आरोप लगाया कि वह कई बार यूनिवर्सिटी प्रशासन को हॉस्टल की कमियों के बारे में बता चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं है। उल्टा छात्रों को टारगेट किया जाता है। छात्रों ने आरोप लगाया कि हॉस्टल के लिए जो डिस्पेंसरी बनाई गई है, एक तो वह एक किलोमीटर दूर है। दूसरा उसमें सिवाय पैरासिटामोल के कोई अन्य दवाई नहीं मिलती, हॉस्टल में इमरजेंसी की हालत में कोई एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं होती है। छात्रों का कहना है कि वैसे भी हॉस्टल की शर्तों के अनुसार 700 स्टूडेंट जहां पर रह रहे हों, वहां पर आपातकाल के लिए एम्बुलेंस और मेडिकल सुविधा तो 24 घंटे रहनी चाहिए, लेकिन यूनिवर्सिटी को तो सिर्फ अपनी फीस से मतलब है।
छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन को दी डिमांड लिस्ट
छात्रों का धरना देखकर पीटीयू पहुंचे रजिस्ट्रार समेत कई अधिकारियों ने छात्रों को मनाने की कोशिश की, लेकिन छात्र नहीं माने। छात्रों ने एक डिमांड लिस्ट यूनिवर्सिटी प्रशासन को दी और कहा कि पहले इन्हें पूरा करो, फिर वह धरने से उठेंगे। यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार ने तो मीडिया के सवालों से बचने के लिए कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। यूनिवर्सिटी के पीआरओ रजनीश ने कहा कि छात्रों के साथ बातचीत चल रही है। उनका मांग पत्र ले लिया गया है। उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि छात्र यूनिवर्सिटी का टॉपर था, गेट की तैयारी कर रहा था और 15-15 घंटे पढ़ाई करता था।