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झाड़ साहिब कॉलेज में पारम्परिक ‘लोक कलाएं’ कार्यशाला आयोजित

समराला के गुरु गोबिंद सिंह खालसा कॉलेज फॉर वीमेन, झाड़ साहिब (झाड़ साहिब कॉलेज) में प्रिंसिपल डॉ. रजिंदर कौर के नेतृत्व में सात दिवसीय पारम्परिक ‘लोक कलाओं’ संबंधी कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिस का प्रबंधन फैशन डिज़ाइनिंग विभाग और सांस्कृतिक...

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 झाड़ साहिब कॉलेज में पारंपरिक लोक कलाओं पर आयोजित कार्यशाला में भाग लेतीं छात्राएं।-निस
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समराला के गुरु गोबिंद सिंह खालसा कॉलेज फॉर वीमेन, झाड़ साहिब (झाड़ साहिब कॉलेज) में प्रिंसिपल डॉ. रजिंदर कौर के नेतृत्व में सात दिवसीय पारम्परिक ‘लोक कलाओं’ संबंधी कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिस का प्रबंधन फैशन डिज़ाइनिंग विभाग और सांस्कृतिक समिति की प्रो. जसवीर कौर तथा प्रो. सुखनप्रीत कौर द्वारा किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य छात्राओं को पंजाब की लोक कलाओं के प्रति जागरूक करना और प्रशिक्षण देना था। इस अवसर पर छात्राओं ने बहुत उत्साह और लगन के साथ कार्य किया।

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इस सात दिवसीय कार्यशाला में खिद्दो (खिलौना) बनाना, परांदा बनाना, बुनाई, दसूती कढ़ाई, फुलकारी और बाग की कढ़ाई, छिक्कू बनाना, गुड़िया-पतुले आदि की शिक्षा दी गई।

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इस अवसर पर यूथ एंड हेरिटेज फेस्टिवल के दौरान इनाम जीत चुकी पुरानी छात्राओं ने कार्यशाला में भाग लेने वाली छात्राओं को विशेष प्रशिक्षण दिया। इनमें खिद्दो बनाने की शिक्षा हरमनप्रीत कौर ने, परांदा -कमलजीत कौर ने, छिक्कू – रमनप्रीत कौर ने, फुलकारी - जशनप्रीत कौर ने, बाग- स्पिंदर कौर ने और गुड़िया-पतुले- प्रीति कौर ने दी, जो कि पंजाबी सांस्कृतिक सभा द्वारा करवाए गए ‘गुड़िया’ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान भी प्राप्त कर चुकी हैं। इसके अलावा डॉ. रंजीत कौर द्वारा दसूती की कढ़ाई तथा प्रो. हरप्रीत कौर द्वारा बुनाई का प्रशिक्षण दिया गया।

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कार्यशाला में प्रशिक्षण देने वाले वे विद्यार्थी, जिन्होंने यूथ फेस्टिवल में भी पुरस्कार प्राप्त किए हैं, को कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. रजिंदर कौर द्वारा सम्मानित किया गया। इस कार्यशाला की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाएँ आज की नई पीढ़ी को संस्कृति और लोक कलाओं से जोड़ने में बहुत सहायक सिद्ध होती हैं। कॉलेज की स्थानीय समिति द्वारा भी इस प्रयास की प्रशंसा की गई। इस अवसर पर छात्राओं में भारी उत्साह देखा गया।

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