दिल्ली में छाई जहरीली धुंध आरोप पंजाब सरकार पर
दिल्ली में दिवाली के बाद मंगलवार सुबह आसमान में स्मॉग छाया रहा, दृश्यता कम हो गई और वायु गुणवत्ता ‘रेड जोन’ में पहुंच गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के समीर ऐप के अनुसार कुल 38 निगरानी केंद्रों में से 31 ‘बेहद खराब’, जबकि चार ‘गंभीर’ श्रेणी में रहे। वहीं, हरियाणा के कई हिस्सों में भी वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई, जबकि पंजाब के कुछ हिस्सों में यह ‘खराब’ श्रेणी में रही।
दिल्ली में बिगड़ी आबोहवा के लेकर सियासत भी गरमा गयी। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने आरोप लगाया कि पंजाब में किसानों को आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा खेतों में पराली जलाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। दिवाली की रात पराली जलाने की सबसे ज्यादा घटनाएं आप शासित पंजाब में हुईं। मंत्री ने अपने दावे के समर्थन में एक संवाददाता सम्मेलन में पंजाब में पराली जलाने के कथित वीडियो भी दिखाए। उन्होंने दावा किया कि आप नेताओं ने ‘दिल्ली की मुख्यमंत्री, भाजपा और सनातन धर्म के अनुयायियों द्वारा दिवाली मनाने और पटाखे फोड़ने की निंदा की’, लेकिन हवा की गुणवत्ता बिगड़ने का असली कारण पंजाब में पराली जलाना है। सिरसा ने कहा, ‘हमें गर्व है कि हमारी सरकार ने लोगों को पारंपरिक तरीके से दिवाली मनाने का मौका दिया है।’
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के बुलेटिन के अनुसार, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) पूर्वाह्न 11 बजे 359 रहा, जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है। बवाना में एक्यूआई 432, जहांगीरपुरी में 409, वजीरपुर में 408, और बुराड़ी में 405 दर्ज किया गया। सोमवार को दिल्ली का औसत एक्यूआई 345 रहा था।
पटाखा दिशानिर्देशों के उल्लंघन में 150 प्राथमिकी दर्ज
दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में पटाखे फोड़ने के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों का कथित तौर पर उल्लंघन करने को लेकर 150 मामले दर्ज किए हैं। द्वारका जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जिले में निर्धारित समय-सीमा का उल्लंघन कर पटाखे फोड़ने के मामले में 24 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। रोहिणी में भी 24 और पटाखे की अवैध बिक्री को लेकर तीन प्राथमिकी दर्ज की गई है। बाहरी जिले में 40 मामले दर्ज किए गए। कुछ और केस भी दर्ज किए गए। पुलिस अधिकारी ने बताया कि शहर सुरक्षित रहे और वायु गुणवत्ता और खराब न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए पूरे सप्ताह निगरानी जारी रहेगी।
हरियाणा में बहादुरगढ़ की वायु गुणवत्ता सबसे खराब
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा के बहादुरगढ़ में मंगलवार सुबह आठ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 358 दर्ज किया गया, जो बहुत खराब श्रेणी में आता है। जींद में एक्यूआई 350, गुरुग्राम में 348, रोहतक में 343, भिवानी में 307, सिरसा में 296, कैथल में 290, फरीदाबाद में 249, सोनीपत में 255, कुरुक्षेत्र में 234, पानीपत में 231 और करनाल में 225 रहा। पंजाब में सुबह आठ बजे अमृतसर में एक्यूआई 212, जालंधर में 242 जबकि लुधियाना में 268 दर्ज किया गया।