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पहाड़ों को लील रही मूसलाधार बारिश, मैदान लबालब

भाखड़ा और पोंग बांध का पानी छोड़े जाने से पंजाब के कई इलाके जलमग्न । मदद में जुटी सेना, वायुसेना और बीएसएफ
होशियारपुर के मुकेरियां इलाके में बुधवार को राहत एवं बचाव के लिए पहुंची एनडीआरएफ की टीम। - ट्रिन्यू
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शिमला/धर्मशाला/गुरदासपुर, 16 अगस्त (हप्र/निस/एजेंसी)

लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते हिमाचल प्रदेश के अनेक इलाकों में पहाड़ दरक चुके हैं। हिमाचल प्रदेश में रविवार से मूसलाधार बारिश का दूसरा दौर चल रहा है। लगातार हो रही बारिश के चलते सतलुज नदी पर भाखड़ा बांध और ब्यास नदी पर पोंग बांध लबालब भर गए जिससे बांधों से पानी छोड़ना पड़ा। पोंग बांध से पानी छोड़े जाने के बाद ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ा, तो गुरदासपुर के कई गांव जलमग्न हो गए। चेचिया चोरियां, पक्खोवाल, खेड़ा, दलेलपुर, पडाना, छीना बेट, नडाला, जगतपुर कलां, कोहलियां और खारियां समेत कई गांवों में बाढ़ आ गयी है। इसके अलावा जिला होशियारपुर भी बाढ़ की चपेट में आया है। मुकेरियां-गुरदासपुर सड़क जलमग्न होने के बाद मुकेरियां पुल पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गयी है। वाहनों का मार्ग दीनानगर राजमार्ग की ओर परिवर्तित किया गया है। उधर, एनडीआरएफ के कई दलों ने बाढ़ग्रस्त इलाकों से लोगों को निकालने के लिए अभियान चलाया। भारतीय सेना, वासुयेना और बीएसएफ के दल बचाव अभियान में शामिल हैं।

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इस बीच, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने बचाव और राहत अभियान का जायजा लिया और शिविरों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त मकानों के लिए एक लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। उधर, कांगड़ा के उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि पानी का स्तर ज्यादा होने के कारण बोट के माध्यम से लोगों को निकालना संभव नहीं हो पा रहा था। संपर्क किए जाने के बाद सेना और वायुसेना की टीमें मौके पर पहुंचीं। उन्होंने बताया कि लोगों को एयरलिफ्ट करने के लिए फतेहपुर के वजीर राम सिंह पठानिया स्टेडियम और डमटाल में अस्थायी हेलीपैड बनाए गए हैं। अब तक 766 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है।

बाढ़ग्रस्त इलाके से एक बुजुर्ग महिला को निकालता युवक। - ट्रिन्यू

हिमाचल में मानसून कोटे से अधिक हो चुकी है वर्षा

हिमाचल प्रदेश में मानसून के 54 दिनों में ही 742 मिलीमीटर पानी बरस चुका है। जून से 30 सितंबर के बीच मौसम की औसत बारिश 730 मिलीमीटर रहती है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सुरिंदर पॉल के अनुसार जुलाई में बारिश ने पिछले 50 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। मनाली, सोलन, रोहड़ू, ऊना, हमीरपुर और केलोंग शहरों ने नौ जुलाई को महीने में एक दिन में बारिश के पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए।

घग्गर में फिर उफान

संगरूर (निस) : घग्गर नदी में खनौरी साइफन पर जलस्तर बढ़ रहा है। उपायुक्त जितिंदर जोरवाल ने एसडीएम मूनक को निर्देश दिए कि घग्गर के आसपास के गांवों और शिविरों में निचले स्थानों पर रहने वाले लोगों को एहतियात के तौर पर ऊंचे स्थानों पर जाने को कहा जाए।

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करें मंत्री : मान

चंडीगढ़ (एजेंसी) : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को अपने मंत्रियों से राज्य में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने को कहा। उन्होंने एनडीआरएफ की टीम को तैनात करने के भी निर्देश जारी किए हैं। इस बीच, कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह और ब्रह्म शंकर जिम्पा ने होशियारपुर जिले के टांडा उड़मुड़ में बाढ़ प्रभावित इलाकों की स्थिति का जायजा लिया। सिंह ने पत्रकारों से कहा कि बचाव अभियान जारी है और लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए नौकाएं तैनात की गई हैं।

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