Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

मंडी में पड़ा हजारों क्विंटल धान भीगा

आढ़तियों ने प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
खन्ना की अनाज मंडी में रविवार को बरसात से भीगीं धान की बोरियां। -निस
Advertisement

एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी खन्ना में रविवार को बारिश ने प्रशासनिक तैयारियों की कमी को उजागर कर दिया। मौसम विभाग के पूर्व अलर्ट के बावजूद मंडी में बारिश से बचाव के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए। इससे खुले में रखा हजारों क्विंटल धान भीग गया।

किसानों का कहना है कि कई हिस्सों में शेड नहीं हैं और जो हैं वे भी अपर्याप्त हैं। तेज हवा के कारण तिरपाल उड़ गए, जिससे फसलें नहीं ढकी जा सकीं।

Advertisement

आढ़तियों ने भी प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि मंडी में पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं है। सफाई के अभाव में जगह-जगह पानी भर गया, जिससे फसलों को नुकसान पहुंचा। आढ़तियों का कहना है कि वे अपनी ओर से इंतजाम करते हैं, लेकिन मंडी में निकासी व्यवस्था ठप होने से समस्या बढ़ जाती है। किसानों ने मांग की है कि मंडी बोर्ड और प्रशासन समय रहते आवश्यक इंतजाम करे। पन ग्रेन इंस्पेक्टर विकास कपिला ने बताया कि वे सुबह से ही मंडी में स्थिति का जायजा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों ने उन फसलों को ढकने का प्रयास किया है, जो खुली में थीं। कपिला ने स्पष्ट किया कि तिरपाल और क्रेट की व्यवस्था करना आढ़तियों की जिम्मेदारी है। उन्होंने किसानों से सूखी फसल ही मंडी लाने की अपील की।

Advertisement

Advertisement
×