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भव्य शोभा यात्रा के साथ शुरू हुआ तीन दिवसीय राज्यस्तरीय शूलिनी मेला

The three-day state-level Shoolini fair began with a grand procession
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सोलन, 20 जून (निस) :  भव्य शोभा यात्रा के साथ तीन दिवसीय राज्यस्तरीय शूलिनी मेला शुक्रवार को शुरू हुा।  सोलन की अधिष्ठात्री देवी मां शूलिनी के मंदिर में शुक्रवार अल सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया था, लेकिन दोपहर होने से यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होती गई। हल्की बारिश में भी लोग घंटों लाइन में अपनी बारी का इंतजार करते देखे गए। मंदिर परिसर में विशेष पूजा अर्चना का आयोजन किया गया। इसके बाद माता के कल्याणों ने माता की पालकी को मंदिर परिसर से जैसे ही बाहर निकाला लोगों का हुजूम माता के दर्शनों के लिए उमड़ पड़ा।

राज्यस्तरीय शूलिनी मेला के अवसर पर निकाली शोभायात्रा

ढोल- नगाड़े व हिमाचल के पारंपरिक वाद्ययंत्रों के साथ माता की पालकी मंदिर परिसर से बाहर निकली तो सभी की निगाहें पालकी पर थी। हर कोई माता के दर्शन के लिए उतावला दिखा। जैसे ही पालकी मंदिर परिसर से सड़क पर पहुंची, शहर की सड़कों पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने माता का आशीर्वाद लेकर खुद को कृतार्थ किया। लोगों अराध्य देवी की इसी भव्य शोभायात्रा के साथ तीन दिवसीय राज्य स्तरीय शूलिनी का आगाज हुआ।

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राज्यस्तरीय शूलिनी मेला जनभावना और आस्था का संगम

माता अपने शूलिनी नगर स्थित मंदिर से पालकी में सवार होकर सोलन शहर की यात्रा करते हुए गंज बाजार स्थित अपनी बहन से मिलने आती है। नगरवासियों की जैसे देवी में आस्था, वैसे ही जनभाावना। पूरे शहर में जगह-जगह भंडारे लगाए गए। यहां अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग व्यजंन लोगों को परोसे गए। मीठे जल की छबीलें लगाई गई। आस्था का ऐसा नमूना विश्व में शायद ही कहीं देखने को मिले।

मां शूलिनी के नाम से बसे सोलन शहर के लोगों का आस्था यहां देखते ही बनती थी। हर कोई यहां माता की पालकी को खिंचा आ रहा था। कल्याणों व पुलिस को श्रद्धालुओं को काबू करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

दो दिन बहन के घर रूकती हैं मां शूलिनी

शुक्रवार शुरू हुए शूलिनी मेले में दोपहर बाद माता की पालकी मंदिर से चली और चौक बाजार, अप्पर बाजार से होते हुए कुछ समय के लिए पुराने अड्डे पर श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए रूकी। इसके बाद माल रोड से डीसी चौक तक जाने के बाद माता की पालकी वापसी में गंज बाजार स्थित शूलिनी मां की बहन के मंदिर में रूकी। माता यहां पर दो दिन के लिए रुकती हैं और मेले के अंतिम दिन रविवार की रात्रि वह अपने शूलिनी मंदिर के लिए प्रस्थान करेंगी।

राज्यस्तरीय शूलिनी मेला में राज्य भर से जुटते हैं लोग

इस दौरान सोलन के अलावा प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों और बाहरी राज्यों से आए माता के हजारों भक्त उनकी भव्य शोभायात्रा के गवाह बने। इस शोभायात्रा में माता की पालकी के साथ दो दर्जन से अधिक विभिन्न देवी-देवताओं की झांकी वाले वाहन, जिसमें राधा-कृष्ण, शिव-गौरा, रामायण के पात्र दिखे। इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों से आए संकीर्तन मंडली ने भी यह के माहौल को भक्तिमय बनाया।

सीएम ने परंपरागत ढंग से माता शूलिनी की पालकी का किया स्वागत..

सोलन का तीन दिवसीय राज्य स्तरीय शूलिनी मेला शुक्रवार को पारंपरिक ढंग से शुरू हुआ। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने पुरानी कचहरी में माता शूलिनी की पालकी का स्वागत किया। इसके साथ ही यह मेला आरंभ हुआ। मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों को मेले की शुभकामनाएं दी। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ.धनीराम शांडिल, विधायक दून राम कुमार चौधरी, विधायक नालागढ़ हरदीप बाबा समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

मेले में आने वाले लाखों की सख्ंया में श्रद्धालुओं के खाने- पीने की व्यवस्था स्थानीय लोग, यहां की समाजसेवी संस्थाएं, व्यवसायी करते हैं। यहां तीन दिनों तक सुबह से शाम तक लंगर चलते हैं। यहां सिर्फ लोग मेला घूमने आते है। सोलन में तीन दिन यहां के हर स्थान पर भंडारे का आयोजन स्थानीय लोग करते हैं।

20 से 22 जून तक आयोजित होगा राज्य स्तरीय माँ शूलिनी मेला

 

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