राजपुरा, 24 अप्रैल (निस)
बीती 13 फरवरी से अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच के लिये शम्भू बाॅर्डर आंदोलन के दौरान गिरफ्तार किसान नेताओं को रिहा करवाने के लिये शम्भू रेलवे ट्रैक पर आठ दिन से दिये जा रहे धरने में आज सैकड़ों महिलाएं झंडों के साथ पहुंचीं और धरने में डटकर पूरा साथ देने की बात करते हुये सरकार से किसान नेताओं पर दर्ज झूठे केस वापस लेने और बिना शर्त रिहा करने की मांग की।
इस मौके पर भारतीय किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के पंजाब प्रधान सुखविंदर सिंह ने कहा कि पंजाब में गेहूं की फसल को संभालने को लेकर किसान अपने खेतों में डट जाने के बाद शम्भू में रेलवे ट्रैक पर अब बड़ी संख्या में महिलाओं ने मोर्चा संभाल लिया है। जब तक प्रशासन उनके गिरफ्तार साथियों को बिना शर्त रिहा नहीं करता, यह धरना चलता रहेगा, बल्कि संघर्ष और तेज़ किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह आंदोलन लम्बा होता जा रहा है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने प्रचार में 400 पार का नारा अब भूल गये हैं। देश में जहां जहां भी मोदी रैलियां कर रहे हैं, लोगों को गुमराह कर कह रहे हैं कि अगर विरोधी पार्टियों की सरकार आ गई तो ज्यादा बच्चे पैदा करने वालों को हमारी जमीनें चली जायेंगी। प्रधानमंत्री इस तरह लोगों को गुमराह करने की बातें कर रहे हैं, उसकी जितनी निंदा की जाये, कम है। उन्होंने कहा कि इस तरह की बातें कर प्रधानमंत्री गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं, यह एक किस्म का गुनाह है। उन्होंने कहा कि 27 अप्रैल के बाद मीटिंग कर बड़े संघर्ष का ऐलान किया जायेगा। सरकार अगर हमारे साथियों को रिहा कर देती है तो हम रेलवे ट्रैक से धरना समाप्त कर पहले वाले स्थान पर अपनी अन्य मांगों को लेकर संघर्ष करते रहेंगे।
उन्होंने पंजाब में बिजली के चिप वाले नये मीटर लगाने का सख्त विरोध करते हुये इसे तत्काल बंद करने के लिये कहा।