खली को ‘हराने’ वाला पावर लिफ्टर राजपुरा कोर्ट में लगा रहा झाड़ू!
राजपुरा, 1 मई (निस)
एक तरफ गरीबी की मार और दूसरी तरफ बुलंद हौसले की अटूट कहानी। राजपुरा के 57 वर्षीय कुक्कू राम, जिन्होंने कभी अपनी पावर लिफ्टिंग के जुनून के आगे गरीबी को भी घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था, आज उसी शहर के कोर्ट परिसर में झाड़ू लगाने को मजबूर हैं। विदेशों में भारत का डंका बजाने वाले इस गोल्ड मेडलिस्ट को महीने के सिर्फ 10 हजार रुपये मिलते हैं, जिससे उनके परिवार का गुजारा मुश्किल से चलता है।
बचपन से ही पावर लिफ्टिंग के प्रति अटूट लगाव रखने वाले कुक्कू राम के लिए गरीबी हमेशा एक दीवार बनकर खड़ी रही। लेकिन उनके सपनों में इतनी ताकत थी कि उन्होंने हर मुश्किल को पार करने की ठान ली। जब उन्हें ग्लोबल पावर लिफ्टिंग बॉडी बिल्डिंग इंटरनेशनल में हिस्सा लेने का मौका मिला, तो उनके पास इतने पैसे नहीं थे। तब उनकी पत्नी ने अपने गहने बेच दिए, ताकि उनका पति भारत का प्रतिनिधित्व कर सके। दुबई में हुई इस प्रतियोगिता में कुक्कू राम ने अपना लोहा मनवाया। उन्होंने न सिर्फ हिस्सा लिया, बल्कि दो-दो गोल्ड मेडल जीतकर हर भारतीय को गर्व करने का मौका दिया।
लेकिन इस शानदार जीत के बाद भी कुक्कू राम की जिंदगी में कोई खास बदलाव नहीं आया। वे आज भी राजपुरा कोर्ट में स्वीपर का काम करते हैं। सुबह 8 बजे से वे पूरे कोर्ट परिसर की सफाई में जुट जाते हैं। अपनी आपबीती सुनाते हुए कुक्कू राम भावुक हो गए। उन्होंने बताया कि कई देशों में भारत का नाम रोशन करने के बावजूद उन्हें सरकार से कोई मदद नहीं मिली।