जोगिंद्र सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 5 जनवरी
पंजाब विश्वविद्यालय की नयी चुनकर आयी सीनेट की पहली मीटिंग शनिवार 8 जनवरी को एेसे माहौल में होने जा रही है जब देशभर में कोरोना के नये वेरिएंट ओमीक्रॉन से हड़कंप सा मचा हुआ है और कोरोना पाबंदियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। यह विडबंना ही है कि पीयू सीनेट के चुनाव कोविड महामारी के कारण ही लेट हुए और अब भी चांसलर द्वारा पूरे सदस्यों के नामों को नोटिफाई नहीं किया गया है। जिन 14 सदस्यों के नाम चांसलर की ओर से अभी तक अधिसूचित नहीं किये गये उन्होंने कोर्ट जाने की धमकी दी है। ये सीनेटर कोर्ट से मांग करेंगे कि सीनेट की बैठक से पहले उनके नामों को भी नोटिफाई किया जाये या फिर जब तक नाम नोटिफाई न हों तब तक सीनेट की बैठक न बुलायी जाये। पता चला है कि 8-10 सीनेटरों ने एक सिग्नेचर कैंपेन चलाकर कानूनी कार्रवाई की पहल कर दी है। सीनेट की मीटिंग में एजेंडा अभी पहले वाला ही है, अधिकतर आइटमें तो सिर्फ मंजूरी के लिये ही लायी जा रही है जिन्हें कुलपति ने अपने स्तर पर सीनेट की अग्रिम मंजूरी की प्रत्याशा में स्वीकृति दे रखी है। प्रो. नवदीप गोयल का कहना है कि कोविड काल में मीटिंग का क्या तुक है? जब एक-डेढ साल से कोई बैठक नहीं हुई माहौल ठीक होने तक थोड़ा और भी तो रुक सकते हैं। उन्होंने कहा कि एक ग्रुप विशेष की तो बस यही नीयत है कि किसी तरह से वे सब फैसले लेने के लिये कुलपति को अधिकृत करते और फिर लंबे वक्त तक कोई बैठक ही न बुलायें।
सत्यपाल जैन ने फिर दिखायी ताकत
सत्यपाल जैन ने चुने हुये और मनोनीत सीनेटरों की एक अनौपचारिक बैठक बुलाकर तीसरी बार अपने ग्रुप की ताकत का अपने विरोधियों को अहसास करा दिया है। इसमें दावा किया गया है कि 41 सीनेटरों ने भाग लिया और 21 सीनेटरों ने फोन करके आने में असमर्थता जतायी मगर समर्थन का भरोसा दिलाया। यह बैठक कालेज-यूनिवर्सिटी टीचर्स के आंदोलन का समर्थन करते हुए सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग को लेकर थी। बैठक की अध्यक्षता पूर्व सांसद एवं सीनेटर सत्य पाल जैन ने की और एक प्रस्ताव पारित कर पंजाब सरकार से मांग की गई कि सातवें पे-कमीशन की सिफारिशों को तुरंत स्वीकार और लागू करे। वैसे सूत्रों का दावा है कि सत्यपाल जैन द्वारा बुलायी गयी सीनेटरों की शक्ति-प्रदर्शन में शामिल एक महिला सदस्य ‘कोरोना’ पीड़ित होने का दावा किया जा रहा है। अब यह पक्का नहीं है कि यह सदस्य बैठक में जाने से पहले ‘बुखार’ से पीड़ित थी या फिर बैठक के बाद इन्हें बुखार हुआ है। ऐसे में बड़ी तादाद में लोगों के एक जगह पर जुटने से महामारी के फैलाव का खतरा बना रहता है। इस पर फेलो जैन ने कहा कि यह दावा एकदम गलत है किसी को कोरोना नहीं हुआ है।
सीनेट का ये है एजेंडा
सीनेट की पहली मीटिंग में विचार के लिये 11 आइटमें लायी जा रही हैं। इनमें भी बोर्ड आफ फाइनांस की 7 जनवरी 2020 की सिफारिशें, विजिलेंस अनुभाग की ओर से डॉ. ओपी कटारे के संबंध में 20 जून 2017 की चिट्ठी भी शामिल है। 15 साल पुराने वाहनों का मामला, टीचिंग पोस्ट के बारे में रोस्टर को लेकर 29 जनवरी 2020 को आयी कमेटी की अनुशंसाएं, डेंटल कालेज की फैकल्टी के लिये प्रमोशन पॉलिसी को लेकर कमेटी की 27 अगस्त 2020 की सिफारिशें, डॉ. दलीप कुमार का रेगुलेशन 3 में संशोधन का प्रस्ताव सहित कुछ अन्य मामले शामिल हैं। इसके अलावा एजेंडा में 35 आइटमें संपुष्टि के लिये लायी जा रही है। फेलो सत्यपाल जैन ने कहा कि सभी सीनेटरों को फैकल्टी चुनने के लिये प्रचलित नियम-कायदों के मुताबिक चिट्ठियां भेजी जायेंगी और एक डेट दी जायेगी। सभी फेलो चार-चार फैकल्टी चूज कर सकेंगे। अभी पुरानी परम्परा के हिसाब से ही सब कुछ होगा।