देश को पंजाबियों की कुर्बानियों पर गर्व : डॉ. धर्मपाल
समराला, 23 अप्रैल (निसं)
पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के सिख विश्वकोश विभाग द्वारा आज ‘पंजाब की भारतीय सेनाओं को देन’ विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में डॉ. जसप्रीत कौर संधू, प्रोफेसर एवं प्रमुख, सिख विश्वकोश विभाग ने आए हुए मेहमानों का स्वागत किया। इस अवसर पर शहीद कर्नल हरप्रताप सिंह ढिल्लों के परिवार से उनके दो भाई भी उपस्थित थे। समारोह में फौज के सेवानिवृत्त अधिकारी, विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के प्रमुख, फैकल्टी सदस्य और विद्यार्थियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। इस मौके पर लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. जगबीर सिंह चीमा, पूर्व वाइस चांसलर, महाराजा भूपिंदर सिंह पंजाब स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी ने कहा कि पंजाब की जनसंख्या भारत की कुल जनसंख्या का 2 प्रतिशत है, लेकिन सेनाओं में पंजाबियों की भागीदारी लगभग 7 प्रतिशत तक है। उन्होंने बताया कि सेना में बहादुरी के लिए मिलने वाले सम्मानों में से लगभग 17 प्रतिशत सम्मान पंजाबियों को मिले हैं। उन्होंने कहा कि जिन योद्धाओं ने सेना में बलिदान दिए, आज भारतीय सेना उन पर गर्व करती है। डॉ. चीमा ने कहा कि एन डी ए में पंजाबी युवाओं की संख्या का बढ़ना एक बार फिर पंजाब को भारतीय सेना में आगे ले जाने में सहायक सिद्ध होगा। समारोह की अध्यक्षता डॉ. धर्मपाल मोर, डीन सोशल साइंसेज द्वारा की गई।
उन्होंने कहा कि देश को पंजाबियों की कुर्बानियों पर गर्व है। इसी समारोह के दौरान सिख विश्वकोश विभाग की ओर से डॉ. जसप्रीत कौर संधू ने कर्मचारियों को सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया। अंत में डॉ. परमवीर सिंह द्वारा सभी मेहमानों का धन्यवाद किया गया। समारोह में कैप्टन केसर सिंह, डॉ. रणविंदर सिंह संधू, डॉ. कमल किंगर, डॉ. हरीश कुमार, डॉ. सतनाम सिंह संधू और अन्य कई शिक्षक व छात्र उपस्थित रहे।