विरोधियों की ओर से नामांकन पत्र रद्द करवाने के अारोप झूठे : नीना मित्तल
राजपुरा, 7 अक्तूबर (निस) विरोधियों द्वारा पंचायत चुनाव में नामांकन पत्र रद्द करने के लगाए जा रहे आरोप आधारहीन है। अपने निवास पर पत्रकारों से बात करते हुये विधायक नीना मित्तल ने बताया कि विपक्षी दलों ने पर्चे रद्द करने...
राजपुरा, 7 अक्तूबर (निस)
विरोधियों द्वारा पंचायत चुनाव में नामांकन पत्र रद्द करने के लगाए जा रहे आरोप आधारहीन है। अपने निवास पर पत्रकारों से बात करते हुये विधायक नीना मित्तल ने बताया कि विपक्षी दलों ने पर्चे रद्द करने व जबरदस्ती कागजात छीनने का अारोप लगाते हुये धरना -प्रदर्शन किया है, वह लोगों को गुमराह करने वाला है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस, भाजपा और अकालियों द्वारा लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद हैं और वे जानबूझकर धरना देकर लोगों को परेशान कर रहे हैं। उन्होंने विपक्षी दलों द्वारा हाईवे जाम करने की कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि अगर विरोध जताना है तो एसडीएम कार्यालय के बाहर धरना दे सकते थे।
उन्होंने कहा कि हैरानी वाली बात है कि पिछले समय में चुनावों में धक्के शाही करने वाले पूर्व विधायक आज धरने पर बैठे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरपंची के चुनाव में किसी ने गड़बड़ी करने की कोशिश की तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। इस मौके पर एडवोकेट संदीप बावा, जगदीप सिंह अलूना, जसविंदर सिंह लाला, अमरेंद्र मिरी आदि मौजूद थे।
उम्मीदवारों के नामांकन पत्र रद्द करने का आरोप
राजपुरा (निस) : शिरोमणि अकालीदल सुधार लहर के सदस्य व सचिव एवं मुख्य वक्ता चरनजीत सिंह बराड़ ने इलाके के दो दर्जन से ज्यादा पंचायतों के सरपंच व पंच के सैकड़ों नामाकंन रद्द करने के लिये पंजाब सरकार की सख्त शब्दों में निंदा की है। बराड़ ने कहा कि सभी को मिल कर इस मामले में हाईकोर्ट का दरवाज़ा खटखटाना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि मौजूदा सरकार के नुमाईदों की ओर से धक्केशाही से सरपंच व पंच के नामाकंन पत्र रद्द कर दिये गये हैं जो सरासर लोकतंत्र का कत्ल है।