प्रशासन ने तय समय से पहले खुलवाया शंभू बाॅर्डर, वाहनों का आवागमन शुरू
राजपुरा, 20 मार्च (निस) : पिछले 13 महीने से ज्यादा समय से अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच करने के लिये शम्भू बाॅर्डर पर मोर्चा लगा कर बैठे किसान नेताओं को कल हिरासत में लेने के बाद मोर्चा को हटा कर दो दिन में आवाजाही शुरू करने के डिप्टी कमिश्नर व एसएसपी पटियाला के बयानों के बाद 24 घंटे के अंदर ही आज शाम प्रशासन ने दिल्ली आने-जाने वाले वाहनों के लिये रास्ते को खोल दिया। व्यापारियों ने पंजाब सरकार का आभार जताते हुये इसे अच्छा कदम बताया है।
बीती देर शाम से शंभू बाॅर्डर पर मोर्चे को शांतिपूर्वक हटाने में जुटे प्रशासन के अधिकारियों की ओर से बीती रात्रि से लेकर आज सुबह तक नेशनल हाईवे पर खड़ी ट्रैक्टर ट्रालियों को हटाने के लिये युद्ध स्तर पर कार्रवाई जारी रखी गई। वहीं बीती आधी रात्रि से हरियाणा ने भी अपनी ओर लगाये गये सीमेंट के बैरिकेड हटाने शुरू कर दिये थे।
मौके पर पहुंचे डिप्टी कमिश्नर व एसएसपी पटियाला ने पत्रकारों से बात करते हुए रात्रि तक या सुबह नेशनल हाईवे शुरू करने की बात कही लेकिन प्रशासन की ओर से आज बाद दोपहर लगभग साढ़े चार बजे राजपुरा से दिल्ली जाने वाली सड़क को आम वाहनों के लिये खोल दिया। बताया जाता है कि इससे पहले नेशनल हाईवे अथॉरिटी की टीम ने घग्घर नदी पर बने पुल सहित बंद पड़ी पूरी सड़क की जांच की जिसके बाद पुलिस अधिकारियों ने भी अपने वाहन उक्त सड़क पर चलाये। इसके बाद प्रशासन ने पंजाब से दिल्ली जाने वाले रास्ते को शुरू करवा दिया।
बाद में दिल्ली से पंजाब आने वाली सड़क भी जल्द अधिकारियों की ओर से खुलवा दी गई। पेट्रोल पम्प मालिक चरणजीत नामधारी ने पंजाब सरकार का धन्यवाद करते हुये बताया कि शम्भू में किसान मोर्चे के कारण हाईवे बंद होने से व्यापार का बड़ा नुकसान हो रहा था, अब व्यापारी राहत महसूस कर रहे हैं।
पुलिस छावनी बना रहा खनौरी बाॅर्डर
खनौरी बॉर्डर पर करीब ढाई किलोमीटर के दायरे में पिछले 13 महीने से किसानों द्वारा लगाए गए किसान मोर्चे को पुलिस ने कार्रवाई करते हुए वहां से हटा दिया है। प्रशासन की कार्रवाई के दूसरे दिन यह जगह पुलिस छावनी बनी रही। किसी को भी बैरिकेडिंग से आगे जाने की इजाजत नहीं दी गई। यहां तक कि मीडिया को भी इससे दूर रखा गया। कार्रवाई के दूसरे दिन प्रशासन ने सिर्फ मुख्य सड़क पर खड़े ट्रैक्टर ट्रॉलियों, किसानों द्वारा बनाए गए अस्थायी ठिकानों को हटाने में व्यस्त रहा। पुलिस प्रशासन द्वारा खनौरी स्थित मैरिज पैलेस को खुली जेल में तब्दील कर हिरासत में लिए गए करीब 200 किसानों को रखा गया और सामने वाली जगह से एक ट्रैक्टर ले जाकर खनौरी शहर से करीब 7 किलोमीटर दूर एक खुले स्थान पर खड़ा कर दिया गया। ट्रैक्टरों को चलाने के लिए पुलिस कर्मियों को लगाया गया था।