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लहरागागा में मजदूरी विवाद पर तनाव चरम पर, पल्लेदार–ठेकेदार भिड़े

लहरागागा में सरकारी रेट से कम मजदूरी देने के आरोपों ने माहौल को तनावपूर्ण बना दिया है। पल्लेदारों और ठेकेदार के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि स्थिति नियंत्रित करने के लिए पुलिस को भारी संख्या में तैनात करना पड़ा।...

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संगरूर के लहरा गागा में मंगलवार को पल्लेदारों और ठेकेदार में चल रहे तनाव को देखते हुए पुलिस तैनात। निस
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लहरागागा में सरकारी रेट से कम मजदूरी देने के आरोपों ने माहौल को तनावपूर्ण बना दिया है। पल्लेदारों और ठेकेदार के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि स्थिति नियंत्रित करने के लिए पुलिस को भारी संख्या में तैनात करना पड़ा। पल्लेदारों ने स्थानीय ठेकेदार सुल्तान सिंह तानी के खिलाफ गोदाम के मुख्य गेट पर जोरदार रोष प्रदर्शन किया।

कम मजदूरी और कम रेट के टेंडर का आरोप

पंजाब पल्लेदार यूनियन ने ठेकेदार पर आरोप लगाया कि वह ट्रांसपोर्टेशन के टेंडर सरकारी रेट से कम पर लेता है और फिर पल्लेदारों को उससे भी कम मजदूरी देता है। लहरागागा यूनिट के अध्यक्ष तेजा सिंह ने कहा कि ठेकेदार का “तानाशाही रवैया” पल्लेदारों का शोषण कर रहा है और इतनी कम मजदूरी में मजदूरों का गुजारा संभव नहीं है।

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प्रदेश अध्यक्ष शिंदरपाल सिंह ने चेतावनी दी कि यदि सरकारी रेट के अनुसार भुगतान नहीं किया गया, तो पल्लेदार काम बंद कर देंगे और किसी भी बाहरी मजदूर को भी गोदाम में काम नहीं करने देंगे। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर यह विरोध लहरागागा से जिला स्तर और फिर पूरे पंजाब तक फैलाया जाएगा।

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तनाव बढ़ने पर हाई कोर्ट से सुरक्षा, पुलिस तैनात

मामले की गंभीरता को देखते हुए ठेकेदार सुल्तान सिंह तानी ने पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में सुरक्षा के लिए अर्जी दायर की थी। हाई कोर्ट के आदेश पर डीएसपी दीपइंदरपाल सिंह जेजी की अगुवाई में गोदाम के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। डीएसपी ने साफ कहा कि किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

पल्लेदार यूनियन के चेयरमैन मोहन सिंह ने कहा कि ठेकेदार द्वारा पल्लेदारों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है और इसे किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा।

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