जुपिंदरजीत सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 20 जुलाई
प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) गायक सिद्धू मूसेवाला के कुछ हत्यारों के लिए अंबाला में छुपने की जगह की व्यवस्था करने में जुटा हुआ था। पटियाला में गिरफ्तार किए गए 2 लोगों के साथ एसएफजे के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू की फोन रिकॉर्डिंग मिलने पर मंगलवार को इस साजिश का खुलासा हुआ।
कई ऑडियो रिकॉर्डिंग से पता चलता है कि एसएफजे दिल्ली और पंजाब में स्वतंत्रता दिवस समारोह को बाधित करने के अलावा स्वतंत्रता दिवस पर भारत विरोधी नारों के साथ हरियाणा में दीवारों पर पोस्टर लगाने की योजना बना रहा था। विशेष रूप से अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान से जुड़े कार्यक्रमों में पोस्टर लगाने की योजना थी। जानकारी के अनुसार अंबाला रेलवे स्टेशन भी इसका निशाना है।
रिकार्डिंग में पन्नू को अंबाला कैंट और अंबाला सिटी रेलवे स्टेशनों के बारीक विवरण के बारे में दो लोगों से बात करते सुना जा सकता है। वह आरोपी को जगह की रेकी करने के लिए कह रहा है। वह उन्हें मुख्य मार्गों का उपयोग न करने के लिए कहता है। पुलिस और खुफिया सूत्रों ने कहा कि रिकॉर्डिंग शंभू के सलेमपुरा सेखां निवासी हरविंदर सिंह उर्फ डॉलर और प्रेम उर्फ एकम के फोन से मिली है, जिन्हें पटियाला पुलिस ने एक मंदिर की दीवारों पर आपत्तिजनक नारे लिखने के आरोप में गिरफ्तार किया था। कॉल की जांच कर रहे एक अधिकारी ने कहा,‘मलेशिया की हालिया यात्रा के दौरान दोनों को कट्टरपंथी बना दिया गया था।’ रिकॉर्डिंग में पन्नू ड्रोन के इस्तेमाल के अलावा मूसेवाला के हत्यारों को पनाह देने की बात कर रहा है। पन्नू की आवाज की पुष्टि हो चुकी है।’ ऑडियोटेप से पता चलता है कि एसएफजे हरियाणा के युवाओं की भावनाओं का फायदा उठाने की कोशिश कर रहा है और उन्हें बता रहा है कि आप सरकार के तहत पंजाब पुलिस हरियाणा के युवाओं को गैंगस्टर के रूप में चित्रित कर रही है और मूसेवाला हत्याकांड में उनका नाम ले रही है। रिकॉर्डिंग में पन्नू कहते हैं-“हम देखेंगे कि वे आपको कैसे छूते हैं। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इससे पुलिस के संदेह की पुष्टि होती है कि गैंगस्टर और कट्टरपंथी एक साथ काम कर रहे थे। पन्नू को गुजरात से आने वाले 3 से 4 आदमियों के लिए एक सुरक्षित जगह किराए पर लेने की बात करते हुए सुना जाता है। वह फोन पर बार-बार कह रहा है- ‘इस बारे में किसी से बात मत करो, यहाँ तक कि अपने परिवार से भी।’
स्कूलों, धर्मस्थलों की दीवारों पर खालिस्तानी नारे
होशियारपुर (निस) : बुधवार को कंडी क्षेत्र के अंतर्गत पड़ते ब्लॉक तलवाड़ा व हाजीपुर के कुछ गाँवों के स्कूलों की दीवारों पर काली स्याही से हल खालिस्तान लिखा पाया गया। सूचना मिलते ही पुलिस ने नारों पर काला पेंट करवा दिया। गत देर रात्रि खालिस्तान समर्थकों ने तलवाड़ा के गांव लब्बर और कन्दो करोड़ो, हाजीपुर के गांव गग्गड़ और जुगियाल सहित दसूहा के गांव बड्डला में स्कूल की दीवार पर हल खालिस्तान का नारा काली स्याही से लिख दिया। स्कूल, खेलकूद मैदान, पानी की टंकी व धार्मिक स्थानों की दीवारों पर भी खालिस्तानी नारे लिखे पाए गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पेंट से नारे को मिटा दिया और जांच शुरू की। डीएससी दसूहा बलवीर सिंह ने कहा कि सूचना के बाद पुलिस ने शहर में नाकाबंदी बढ़ा दी है और चेकिंग का काम तेज कर दिया है।
सहायक जेल अधीक्षक पर कैदियों ने हमला किया
पटियाला(एजेंसी) : पटियाला सेंट्रल जेल के एक बैरक की तलाशी लेने गए सहायक जेल अधीक्षक पर कथित तौर पर छह कैदियों ने हमला कर दिया। इस मामले में अमनप्रीत सिंह, गुरदीप सिंह,सुखदीप सिंह और जगदीप सिंह सहित अरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस ने बताया कि करमजीत सिंह नामक कैदी ने अतिरिक्त जेल अधीक्षक गुरचरण सिंह धालीवाल को लिखित में शिकायत की थी कि कुछ कैदी उससे रुपयों की वसूली करने की कोशिश कर रहे हैं। इस मामले में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार आरोपी गुरदीप सिंह, इकबालप्रीत सिंह, बलकार सिंह, जगदीप सिंह, सुखदीप सिंह, राजवीर सिंह और अमनप्रीत सिंह ने कथित तौर पर शिकायतकर्ता से 85 हजार रुपयों की मांग की और राशि नहीं देने पर जान से मारे की धमकी दी। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच के तहत धालीवाल और सहायक जेल अधीक्षक अमरवीर सिंह बैरक में पहुंचे। उन्होंने बताया कि अधिकारियों को बैरक में देख आरोपी कैदी भागने लगे, लेकिन अमरवीर सिंह ने अमनप्रीत सिंह को पकड़ लिया। इसी दौरान अन्य कैदियों ने जेल अधिकारी पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया। आरोपी के पास से एक मोबाइल फोन और दो सिम कार्ड बरामद की गई है।