मुख्य समाचारदेशविदेशखेलबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाफीचरसंपादकीयआपकी रायटिप्पणी

SGPC अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने जूते किए साफ, बर्तन धोए, जानें क्यों सुनाई गई थी उन्हें ऐसी सजा

Harjinder Singh Dhami: पंज प्यारों के सामने पेश होकर माफी मांगी और सजा स्वीकार की
गुरुघर में जूते साफ करते हरजिंदर सिंह धामी।

चंडीगढ़, 26 दिसंबर (ट्रिन्यू)

Harjinder Singh Dhami: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी को श्री अकाल तख्त साहिब ने धार्मिक सजा सुनाई है। यह सजा पूर्व एसजीपीसी अध्यक्ष बीबी जगीर कौर के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में दी गई।

धामी ने श्री अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह के निर्देश पर पंज प्यारों के सामने पेश होकर माफी मांगी और सजा स्वीकार की। उन्हें अमृतसर के स्वर्ण मंदिर परिसर में एक घंटे तक जूते साफ करने और लंगर में बर्तन मांजने की सजा दी गई। इसके साथ ही उन्हें पांच बार जपजी साहिब का पाठ करने और 500 रुपये की देग चढ़ाने का आदेश भी दिया गया था।

मामला क्या है?

हरजिंदर सिंह धामी ने हाल ही में जगीर कौर के खिलाफ विवादास्पद बयान दिया था, जिससे विवाद गहराया। पंजाब राज्य महिला आयोग ने इस मामले में उन्हें नोटिस जारी किया था, और एसजीपीसी के कुछ सदस्यों, जिनमें किरणजोत कौर प्रमुख थीं, ने उनसे नैतिक आधार पर इस्तीफे की मांग की।

सजा पूरी की

धामी ने श्री अकाल तख्त साहिब पर जाकर धार्मिक सेवा की सजा पूरी की। उन्होंने जोड़ा घर में जूते साफ किए और लंगर में बर्तन मांजे। इसके बाद उन्होंने जत्थेदार और पंज प्यारों के निर्देश का पालन करते हुए जपजी साहिब का पाठ और देग का प्रसाद चढ़ाया।

धामी का बयान

सजा पूरी करने के बाद धामी ने कहा, "मैंने अपनी गलती के लिए श्री अकाल तख्त पर माफी मांगी है और सजा को पूरी श्रद्धा के साथ स्वीकार किया। गुरुद्वारा मर्यादा का पालन करना हर सिख का कर्तव्य है।"

Tags :
Harjinder Singh DhamiHindi Newspunjab newsSGPCShiromani Gurdwara Management Committeeएसजीपीसीपंजाब समाचारशिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटीहरजिंदर सिंह धामीहिंदी समाचार