चंडीगढ़, 30 मार्च (ट्रिन्यू)
सिखों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने 988 करोड़ 15 लाख रुपये का वार्षिक बजट पेश किया। पिछले साल यह बजट 912 करोड़ का था। बजट सत्र में एसजीपीसी के 101 सदस्यों ने भाग लिया। इसमें अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह, तख्त केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह, हरमंदिर साहिब के हैड ग्रंथी ज्ञानी जगतार सिंह मौजूद रहे।
एसजीपीसी के महासचिव करनैल सिंह पंजौली ने सभी सदस्यों की मौजूदगी में वित्त वर्ष 2022-23 के लिए वार्षिक बजट पास किया।
एसजीपीसी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने पत्रकारों को बताया कि 9 अरब, 58 करोड़, 45 लाख, 34 हजार 985 रुपये की आमदनी होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि एसजीपीसी संचालित स्कूलों के बाहर पंजाबी वर्णमाला के बोर्ड लगेंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार इन स्कूलों में सहयोग नहीं कर रही है। एडवोकेट धामी ने बताया कि अकाल तख्त साहिब अमृतसर, तख्त केसगढ़ साहिब, आनंदपुर साहिब, तख्त दमदमा साहिब, तलवंडी साहबो, गुरुद्वारा बीड़ बाबा बुढ्ढा साहिब, तरनतारन में चार मेडिकल स्टोर खोले जाएंगे।
गुरुग्रंथ साहिब विश्व यूनिवर्सिटी फतेहगढ़ साहिब में 200 अमृतधारी लड़कियों के लिए मुफ्त शिक्षा, आवास तथा खाने का प्रबंध किया जाएगा। एसजीपीसी ने पाकिस्तान के गुरुद्वारा पंजा साहिब में 30 अक्तूबर को शहीदी दिवस कार्यक्रमों के लिए एक करोड़ 75 लाख रुपये खर्च करने का लक्ष्य रखा है। गरीबों तथा जरूरतमंदों की मदद के लिए पांच करोड़ 58 लाख, प्राकृतिक आपदा में मदद के लिए 96 लाख, यादगारों को सुरक्षित रखने के लिए तीन करोड़ 69 लाख खर्च करने का प्रस्ताव किया गया है। बजट में 275 करोड़ रुपये हरिमंदिर साहिब के लिए आरक्षित रखी गई है। जेलों में बंद सिखों के केसों की पैरवी के लिए दो करोड़ रुपये रखे गए हैं। पिछले साल यह राशि 1.21 करोड़ थी।