सीवरेज कर्मचारियों की हड़ताल, संगरूर के 36 मोहल्लों में सीवरेज जाम
जल आपूर्ति एवं सीवरेज बोर्ड आउटसोर्स वर्कर्स यूनियन के नेतृत्व में आउटसोर्स कर्मचारियों की हड़ताल शनिवार को 20वें दिन में प्रवेश कर गई। इसलिए संगरूर जिले के निवासी 20दिनों से नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। संगरूर के साथ-साथ लहरागागा, धुरी, खनौरी, चीमा और मूनक में भी हालात ऐसे ही हैं, क्योंकि हड़ताल पूरे पंजाब में चल रही है। संगरूर शहर के अंबेडकर नगर के लोगों ने शनिवार को पंजाब सरकार, मुख्यमंत्री पंजाब, सीवरेज बोर्ड और हलके के विधायक के खिलाफ नारेबाजी की। मोहल्ला निवासी विजय कुमार, लीला राम, अजय कुमार, अभि, संजय कुमार, नीतू रानी, सुनीता लता, सुमिता रानी, आरती रानी, गीता रानी, अर्पणा रानी ने बताया कि कॉलोनी में सीवरेज व्यवस्था पूरी तरह से ठप पड़ी है और सीवरेज की सफाई का काम भी रुका पड़ा है। पिछले 16 दिनों से सीवरेज ओवरफ्लो हो रहा है। गलियों में सीवरेज का पानी भरा हुआ है, जिस कारण लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। उन्हें दिनभर इसी गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है। गंदे पानी की बदबू से परिवार बीमार पड़ रहे हैं। यहां दूषित पानी पीने के पानी में मिलकर घरों में सप्लाई हो रहा है, जिसके बाद लोग बीमार पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह कई बार सीवरेज बोर्ड कार्यालय, डीसी संगरूर और वार्ड पार्षद से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन सीवरेज की सफाई नहीं हो रही है। उन्होंने मांग की कि जल्द सीवरेज की सफाई करवाकर लोगों को इस समस्या से राहत दिलाई जाए।
शहर की सुंदर बस्ती, प्रेम बस्ती, गुरु नानक कॉलोनी, रामनगर बस्ती, राम बस्ती, अजीत नगर, गंगा राम बस्ती, हरेड़ी रोड, डॉ. अंबेडकर नगर, प्रताप नगर, आदर्श मोहल्ला, नौधरा मोहल्ला, नाभा गेट, धुरी गेट बाजार, मैगजीन मोहल्ला, अगर नगर, अग्रवाल स्ट्रीट, 17 सेक्टर, कौला पार्क, क्लब रोड, बनासर बाग रोड, कटिहारा मोहल्ला, सुनामी गेट फिरनी, कृष्णा बस्ती, सेखूपुरा बस्ती, पटियाला गेट फिरनी, संतपुरा मोहल्ला, नानकपुरा मोहल्ला, माता रानी वाली गली, किशनपुरा सहित अन्य मोहल्लों में सीवर ओवरफ्लो होने से गलियों व नालियों में गंदा पानी भरा हुआ है।
जल सप्लाई एवं सीवरेज बोर्ड आउटसोर्स वर्कर्स यूनियन के मुख्य सलाहकार निवास शर्मा ने बताया कि संगठन की मीटिंग आज 23 अगस्त को वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा सब कमेटी के साथ पंजाब भवन सिविल सचिवालय चंडीगढ़ में होनी थी लेकिन उसे सरकार ने फोन करके स्थगित कर दिया। मीटिंग स्थगित करने का कोई पत्र जारी नहीं किया गया।
संगठन के फैसले के अनुसार 25 अगस्त से सीवरेज की मोटरें बंद कर दी जाएंगी और संघर्ष को और भी तेज किया जाएगा।