मुक्तसर जेल में कैदियों में झड़प के दौरान तेजधार हथियारों का इस्तेमाल किया गया, जिसके चलते जेलकर्मियों समेत कई घायल हो गए। श्री मुक्तसर साहिब जेल में दंगे जैसे हालात पैदा हो गए। कैदियों ने नियमों का उल्लंघन करते हुए ड्यूटी कर्मचारी के साथ धक्कामुक्की की और बैरक की चाबियां छीन लीं। हमलावरों ने ताले तोड़ दिए और कैदियों पर रॉड और धारदार हथियारों से हमला कर दिया। इस हमले में जेल के सहायक सहायक सुप्रिंटेंडेंट सुखमंदर सिंह समेत कई कैदी घायल भी हुए। प्राप्त जानकारी के अनुसार 18 सितंबर देर शाम को जेल के ब्लॉक नंबर 6 में बंद गुरमीत सिंह उर्फ मीता, बलजिंदर सिंह उर्फ गांधी, गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी शूटर, रोहित उर्फ समो, गौरव उर्फ गोरा समेत कई कैदियों ने ड्यूटी कर्मचारी राणा सिंह के साथ धक्कामुक्की की। बैरक की चाबियां छीनकर बैरक 4 खोली गई और कुछ अन्य कैदियों के साथ बाहर आ गए। हमलावरों ने ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी को ब्लॉक के अंदर बंद कर दिया।
कर्मचारी राणा सिंह ने सीटी बजाकर गार्ड को सचेत किया तो सहायक अधीक्षक सुखमंदर सिंह व अन्य अधिकारियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की। लेकिन हमलावर कैदियों ने नशा मुक्ति ब्लॉक का ताला तोड़ दिया और अंदर घुसकर रणजोध सिंह, रशपाल सिंह, सुखदीप सिंह उर्फ कल्ला व अन्य कैदियों पर हथियारों से हमला कर दिया। इस दौरान कैदियों को गंभीर चोटें आईं और कर्मचारी राजवीर सिंह की वर्दी भी फट गई। जेल प्रशासन ने तुरंत स्थिति पर काबू पाया और हमलावर कैदियों को ब्लॉक नंबर 6 में वापस बंद कर दिया। मारपीट में घायल हुए कैदियों और सहायक अधीक्षक सुखमंदर सिंह को तुरंत इलाज के लिए सिविल अस्पताल भेजा गया। इस घटना के दौरान, जिन कैदियों पर हमला किया जा रहा था, वे भी बैरक से बाहर आकर मारपीट में शामिल हो गए, जिससे जेल के अंदर माहौल तनावपूर्ण हो गया। इस मामले में सहायक सुप्रिंटेंडेंट नछत्तर सिंह ने थाना सदर मुक्तसर साहिब पुलिस को लिखित शिकायत दी, जिस पर पुलिस ने कई कैदियों के खिलाफ मामला दर्ज करजांच शुरू कर दी।